कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) निर्माण के चरण में भारत एक कदम और आगे बढ़ गया है. भारत में मंगलवार से ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी (Oxford University) और ब्रिटिश-स्वीडिश कंपनी एस्ट्राजेनिका द्वारा विकसित कोरोना वायरस वैक्सीन कोविशील्ड के दूसरे चरण का क्लीनिकल ट्रायल शुरू किया जाएगा. भारत में एक वैक्सीन के उत्पादन के लिए ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने पुणे की सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को साझेदार बनाया है. कोविशील्ड नाम की इस वैक्सीन की सुरक्षा और प्रतिरोधक क्षमता जांचने के लिए पुणे स्थित भारती विद्यापीठ चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल में स्वस्थ वयस्क भारतीयों पर नियंत्रित अध्ययन किया जाएगा.
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कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया था कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की वैक्सीन कोविशील्ड 73 दिन के भीतर बाजार में उपलब्ध होगी लेकिन कंपनी की ओर से इन खबरों को सिर्फ कयास बताया गया है. वैक्सीन बाजार में तभी आएगी जब ट्रायल सफल हों और रेगुलेटरी अप्रूवल मिल जाए. जानकारी के मुताबिक शुरूआती चरण में वैक्सीन बंदरों पर असरदार साबित हुई है. इंसानों पर फेज-1 और-2 ट्रायल पूरा हो चुका है. भारत, ब्राजील समेत दुनिया के कई देशों में फेज 3 ट्रायल जारी है.
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17 सेंटरों पर हुआ ट्रायल
जानकारी के मुताबिक वैक्सीन का देशभर में 17 सेंटरों पर 1600 लोगों के बीच यह ट्रायल 22 अगस्त से शुरू हुआ है. हर सेंटर पर करीब 100 वालंटिअर हैं. अभी यह ट्रायल नवंबर तक चलेगा. अगर वैक्सीन के नजीते अच्छे रहे तो रेगुलेटरी अप्रूवल के बाद वैक्सीन का बड़े स्तर पर उत्पादन शुरू होने में अगले साल तक का वक्त लगेगा. इस वैक्सीन के लिए दुनियाभर के देश अपनी रुचि दिखा रहे हैं. यूनाइटेड किंगडम ने 100 मिलियन डोज और ब्राजील सरकार ने भी 127 मिलियन डॉलर में 30 मिलियन डोज खरीदने का सौदा किया है.
Source : News Nation Bureau