राजधानी दिल्ली में यमुना नदी पर बने मशहूर सिग्नेचर ब्रिज खुलने के बाद विवादों में घिर गया है. ब्रिज पर अपने साथ दूसरे की जान को खतरे में रखकर सेल्फी लेते लोग धड़ल्ले से नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए नज़र आये. सेल्फी के बाद सिग्नेचर ब्रिज हादसों का ब्रिज बन गया है. सिग्नेचर ब्रिज पर रफ़्तार का कहर जारी है. शुक्रवार को दो युवकों की मौत हो गई थी, जिसपर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दुख जाहिर किया.
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने ट्वीट कर लिखा, 'सिग्नेचर ब्रिज पर हो रहे हादसों से मैं बेहद चिंतित हूँ।सिग्नेचर ब्रिज दिल्ली की शान है. मेरी सभी लोगों से अपील है, ख़ासकर युवाओं से, कि सिग्नेचर ब्रिज पर सेल्फ़ी लेते वक़्त सावधानी बरतें, और तेज़ गति से वाहन ना चलायें। आपकी ज़िन्दगी देश के लिए और आपके परिवार के लिए बेहद क़ीमती है'. केजरीवाल ने लोगों से सुरक्षित रहने की अपील की.
बता दें कि शुक्रवार को भी दो बाइकर्स की पुल से नीचे गिरने से मौत हो गई थी. दिल्ली पुलिस के मुताबिक बाइक बेहद तेज रफ्तार में डिवाइडर से टकराई, जिससे दोनों बाइकर्स नीचे यमुना खादर में जा गिरे. जिसके बाद पीसीआर दोनों को यमुना खादर से अस्पताल लेकर गई, लेकिन रास्ते में ही दोनों ने दम तोड़ दिया.
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575 मीटर लंबा यह पुल 2004 में प्रस्तावित हुआ था और इसे 2007 में दिल्ली कैबिनेट द्वारा मंजूरी दी गई थी. यह उत्तरी और उत्तर-पूर्वी दिल्ली के बीच यात्रा के समय को कम करेगा. कई समय सीमाओं को पार कर बना ये ब्रिज आम लोगों के लिए खोला गया. सरकार ने इसे देश का पहला एसिट्रिकल केबल स्टे ब्रिज होने का दावा किया है. इस पुल के जरिए लोगों को 154 मीटर ऊंचे निगरानी डेक से शहर के विहंगम दृश्य का आनंद उठाने को मिलेगा.यह पुल नदी पार वजीराबाद को जोड़ता है और इससे उत्तर व उत्तरपूर्वी भाग के बीच 45 मिनट के सफर में अब सिर्फ 10 मिनट लगेंगे.
Source : News Nation Bureau