देश की राजधानी दिल्ली से महज कुछ किलोमीटर दूर ग्रेटर नोएडा और नोएडा की सड़कों पर किसानों ने गुरुवार को प्रदर्शन किया. किसानों के विरोध प्रदर्शन के चलते एनआईसीआर में इसका खासा असर देखने को मिला है. वहीं, किसानों की मांगों को देखते हुए पंजाब के सीएम पूरी तरह से एक्टिव मोड में आ गए हैं. पंजाब के सीएम भागवत मान सिंह ने केंद्र सरकार के मंत्रियों और किसानों के साथ बैठक की और किसानों की समस्याओं को समझा. आपको बता दें कि यह बैठक मैगसीपा कॉम्प्लेक्स में आयोजित की गई थी. इस बैठक में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, अर्जुन मुंडा और नित्यानंद के अलावा विभिन्न किसान संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हुए.
काफी सहज माहौल में संपन्न हुई बैठक
इस बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले दौर की बातचीत में कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के दौरान किसानों पर दर्ज मामले वापस लेने पर सहमति बनी. उन्होंने कहा कि चर्चा काफी सहज माहौल में हुई और केंद्रीय मंत्रियों ने किसानों की मांगों पर बिना किसी संकोच विचार किया गया. सीएम ने कहा कि नकली बीज उत्पादकों के खिलाफ अनुकरणीय सजा की मांग की गई ताकि अनाज उत्पादकों के हितों की रक्षा की जा सके और धान की पराली जलाने का मुद्दा भी उठाया गया.
एमएसपी को लेकर सीएम ने क्या कहा?
मुख्यमंत्री ने किसानों के मुद्दों को सामने रखते हुए कहा कि फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य जारी रहना चाहिए और कहा कि किसानों के हितों की रक्षा करना समय की मुख्य जरूरत है. उन्होंने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य को वापस लेना केवल उन अर्थशास्त्रियों की अटकलें हैं जो जमीनी हकीकत पर विचार किए बिना राष्ट्रीय राजधानी में अपने आरामदायक कार्यालयों में बैठे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य को रोकने का ऐसा कोई भी कदम देश की खाद्य सुरक्षा को खतरे में डाल देगा और किसी भी तरह से देश के हित में नहीं होगा.
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क्रॉप डायवर्सिफिकेशन पर हुई चर्चा
इस बैठक के दौरान अन्य मुद्दों पर चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने देश में क्रॉप डायवर्सिफिकेशन को बड़े पैमाने पर बढ़ावा देने पर भी जोर दिया क्योंकि यह लोगों के लिए फायदेमंद साबित होगा. उन्होंने कहा कि आज भारत मोजाम्बिक जैसे देशों से दालें आयात करता है, लेकिन अगर किसानों को प्रॉफिटेबल प्राइस मिले तो वे इन दालों का उत्पादन यहीं कर सकते हैं. भगवंत सिंह मान ने कहा कि इससे देश को तो फायदा होगा ही, किसानों को धान के चक्र से बाहर निकालने के साथ-साथ प्रदेश का कीमती पानी भी बचेगा.
सीएम ने किसानों और केंद्र सरकार दिया धन्यवाद
मुख्यमंत्री ने किसानों के मुद्दों पर चर्चा के लिए बातचीत करने के लिए केंद्र सरकार और किसानों को दिल से धन्यवाद दिया और कहा कि इन मुद्दों के समाधान के लिए यह सही और उचित मंच है. उन्होंने कहा कि हम भी इन मुद्दों पर आंदोलन नहीं चाहते, बल्कि इन मुद्दों को द्विपक्षीय बातचीत के जरिए सुलझाया जाना चाहिए. सीएम ने उम्मीद जताई कि किसानों और लोगों के व्यापक हित में भविष्य में इस तरह की और चर्चाएं होंगी.
Source : News Nation Bureau