पंजाब (punjab) के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह (cm capt amrinder singh) ने सोमवार को पाकिस्तान (pakistan) द्वारा फैलाए जा रहे आतंकवाद से पंजाब व राज्य के लोगों की रक्षा करने का संकल्प लिया और इस्लामाबाद को भारत के खिलाफ हिंसा समाप्त नहीं करने पर गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी. करतारपुर गलियारे को विकसित करने के भारत के प्रयास पर सकारात्मक पहल के लिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का धन्यवाद देते हुए मुख्यमंत्री ने 'आतंकवाद के जरिए भारतीय सैनिकों व बेगुनाह लोगों की क्रूर हत्याओं को बढ़ावा देने के लिए' पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा की आलोचना की.
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उन्होंने इमरान खान से भारतीय सशस्त्र बलों और नागरिकों के खिलाफ आतंकवाद को तुरंत समाप्त करने के लिए अपनी सेना पर लगाम लगाने का आग्रह किया. मुख्यमंत्री ने चेताया कि 'ऐसा नहीं होने पर भारत के मुंहतोड़ जवाब का सामना करने के लिए तैयार रहें क्योंकि भारत के पास पड़ोसी देश की तुलना में ज्यादा बड़ी सेना है.'
आतंकवाद पर कड़ा रुख अख्तियार करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत शांति की जमीन है लेकिन वह पाकिस्तान के आक्रमण जारी रहने पर उसका जवाब देने के लिए तैयार है.
पाकिस्तान में करतारपुर गलियारे के आधारशिला समारोह का निमंत्रण स्वीकार करने की सलाह देने वालों को खरी-खरी सुनाते हुए अमरिंदर सिंह ने कहा कि वह 'ऐसे वक्त में कैसे वहां जा सकते हैं, जब रोजाना बेगुनाह भारतीय नागरिकों और सैनिकों को मौत के घाट उतारा जा रहा हो.'
उन्होंने कहा, ‘मैं करतारपुर जाना और फिर से ननकाना साहिब व पंजाब साहिब गुरुद्वारे जाना चाहता हूं, लेकिन मैं वहां नहीं जाऊंगा क्योंकि इसके लिए मुझे पाकिस्तान से गुजरना पड़ेगा, जो रोजाना मेरे लोगों को मार रहा है.’
यह चिन्हित करते हुए कि पंजाब ने 20 वर्षो तक रक्तपात देखा है, अमरिंदर सिंह ने कहा कि उनके परिवार के करतारपुर साहिब से करीबी रिश्ते रहे हैं लेकिन बतौर मुख्यमंत्री उनके ऊपर राज्य के लोगों की जिम्मेदारी है, जिसे पाकिस्तान कमजोर करने का प्रयास कर रहा है.
पाकिस्तान सेना प्रमुख पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि बतौर पूर्व सैनिक होने के नाते वह खुद सैनिकों की हत्याओं में कोई औचित्य नहीं देखते. सिंह ने सैनिकों की हत्याओं को कायरना हरकत करार दिया. उन्होंने कहा, ‘सैनिकों को सुरक्षा और राष्ट्र की सेवा करना सिखाया चाहता है न कि बेगुनाह लोगों की हत्या करना.’
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उन्होंने जनरल बाजवा को तत्काल हटाने की मांग की और कहा कि पाकिस्तान सेना को गुरुनानक देव द्वारा दिए गए प्यार और भाईचारे के संदेश से सबक सीखना चाहिए. उन्होंने मुंबई पर हुए 26/11 के आतंकी हमले का जिक्र किया और गुरदासपुर जिले के दीना नगर और पठानकोट हमलों को पाकिस्तान द्वारा भारतीय पंजाब पर किए गए हमलों का बड़ा उदाहरण करार दिया.
इस मौके पर मौजूद उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने आतंक को पागलपन करार दिया और कहा कि वह अमरिंदर सिंह के विचारों से पूर्ण रूप से सहमत हैं और कहा कि भारत अपने लोगों को मरते हुए नहीं देखेगा.
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Source : News Nation Bureau