महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से दिल्ली में मुलाकात की. उन्होंने किसानों के लिए भारत सरकार से मदद की गुहार लगाई. उन्होंने प्रदेश के बेमौसम बारिश की मार झेल रहे किसानों के लिए मदद मांगी है. उन्होंने कहा कि किसान प्रदेश में हो रही बेमौसम बारिश से परेशान हैं. इसके लिए भारत सरकार किसानों को और सहायता प्रदान करें. उन्होंने प्राथमिक मुल्यांकन के आधार पर अमित शाह को एक रिपोर्ट सौंपी है. वहीं भारत सरकार ने इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए विस्तार से मुल्यांकन के लिए एक टीम भेजेगी.
यह भी पढ़ें- प्रदूषण की मार झेल रही दिल्ली में है 'राजीव चोक', 'कुतुब बीमार', 'हौज खांसी', 'सफदरलंग', 'धूलचंद' और 'मरियागंज'
इसके साथ ही उन्होंने एक और निवेदन किया कि भारत सरकार की ओर से इंश्योरेंस कंपनी के साथ एक मीटिंग बुलाई जाए. किसानों को मापदंडों में थोड़ी राहत और ज्यादा से ज्यादा मदद मिले इसके लिए बैठक बुलाई के लिए उन्होंने निवेदन किया. इसके बाद गृह मंत्री अमित शाह ने तत्काल संबंधित अधिकारियों से मीटिंग तय करने को कहा. मीटिंग भारत सरकार की ओर से इंश्योरेंस कंपनी के साथ बुलाई जाएगी. यह बैठक ऐसे समय में हुई है, जब भाजपा ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) से बातचीत करने और पांच निर्दलीय विधायकों तथा एक क्षेत्रीय पार्टी के विधायक से समर्थन लेने के लिए पिछले दरवाजे खोल दिए हैं.
यह भी पढ़ें- पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले में भारत के गैर खिलाड़ी कप्तान होंगे रोहित
महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने हालांकि जोर देकर कहा कि यह बैठक शीर्ष भाजपा नेता और भाजपा अध्यक्ष के बीच नहीं है, बल्कि मुख्यमंत्री और केंद्रीय गृहमंत्री के बीच है. महाराष्ट्र के सीएमओ के अनुसार, यह बैठक शाह का ध्यान राज्य में बेमौसम बारिश के कारण किसानों की बदहाली की तरफ खींचना है. फडणवीस के कार्यालय ने जोर देकर कहा कि यह बैठक फडणवीस द्वारा केंद्रीय गृहमंत्री शाह से महाराष्ट्र के किसानों के लिए राहत पैकेज की मांग करने के लिए हुई है.
यह भी पढ़ें- अब कड़कड़डूमा कोर्ट में वकीलों ने पुलिसकर्मी को पीटा, साकेत कोर्ट के बाहर भी हंगामा
इस बीच शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने किसानों से मिलने के लिए सिंधुदुर्ग जिले के कुडाल जैसे क्षेत्रों का दौरा किया. जूनियर ठाकरे ने बेमौसम बारिश के कारण फसलों का नुकसान झेल रहे किसानों के साथ खड़ा रहने का वादा किया. लेकिन शाह-फडणवीस की मुलाकात की राजनीतिक महत्ता को नजरंदाज नहीं किया जा सकता, जो ऐसे समय में हुई है जब राकांपा प्रमुख शरद पवार राष्ट्रीय राजधानी में हैं और आज शाम पांच बजे कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने वाले हैं. दोनों सहयोगी बैठक के बाद अपनी स्थिति स्पष्ट कर सकते हैं कि वे भाजपा से नाराज चल रही शिवसेना को समर्थन देंगे या नहीं.
इनपुट आईएएनएस