तमिलनाडु की प्रमुख राजनीतिक दल द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) दिल्ली में अपने पार्टी का कार्यालय बनाया है. आज यानि शनिवार को डीएमके प्रमुख और तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ दिल्ली में अपनी पार्टी के नए कार्यालय 'अन्ना-कलैगनार अरिवालयम' का उद्घाटन किया. डीएमके का यह ऑफिस काफी भव्य है. डीएमके ने राजधानी दिल्ली में 'द अन्ना-कलैगनार अरिवालयम' की स्थापना कर एक ऐतिहासिक रिकॉर्ड बनाया है. उद्घाटन समारोह में कांग्रेस अधयक्ष सोनिया गांधी, सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी, सपा प्रमुख अखिलेश यादव और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिंदबरम भी मौजूद थे.
दिल्ली में द्रमुक के नए कार्यालय के उद्घाटन समारोह के दौरान सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी, सपा प्रमुख अखिलेश यादव और कांग्रेस नेता पी चिदंबरम भी मौजूद थे.
दिल्ली में एक द्रविड़ किले अन्ना-कलैगनार अरिवलयम को पार्टी 'द्रविड़ मॉडल' के प्रतीक के रूप में लोगों के सामने रखेगी. यह भारतीय संघ की राजनीति में एक जरूरी हिस्सा है. सीएम स्टालिन ने कहा है कि राजधानी में सामाजिक न्याय-समानता-भाईचारे जैसे द्रविड़ सिद्धांतों के उभरने का समय आ गया है.
इस इमारत का डिजाइन और निर्माण द्रविड़ वास्तुकला के अनुसार किया गया है. इसमें चार ऊंचे स्तम्भों वाले अग्रभाग के साथ, अन्ना और कलैग्नर की बस्ट प्रतिमाएं पोर्च में लगाई गई हैं. डीएमके अधिकारियों के लिए सलाहकार मंच के साथ ही, एक भव्य लाइब्रेरी, अन्ना-कलैगनार अरिवलयम को मुथमिज़रिग्नार कलैग्नर की विचारधारा के अनुसार खूबसूरती से बनाया गया है.
यह भी पढ़ें: मिशन गुजरात पर निकले CM केजरीवाल बोले- मैं BJP-कांग्रेस को हराने नहीं आया हूं, लेकिन...
एमके स्टालिन ने दिल्ली में अन्ना-कलैगनार अरिवालयम का निर्माण कराया है. यह तमिलनाडु के लिए गर्व की बात है. यह निश्चित रूप से न केवल तमिलनाडु के इतिहास में, बल्कि देश में भी अंकित किया जाएगा. भारत का इतिहास और एशियाई महाद्वीप का इतिहास! दिल्ली में अन्ना-कलैगनार अरिवलयम का निर्माण केवल एक राजनीतिक घटना नहीं है, यह एक महान ऐतिहासिक घटना है जिसने उत्पीड़ित तमिलों को गौरवान्वित किया है.