उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले जारी सियासी सरगर्मियों के बीच गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दिल्ली पहुंच गए हैं. योगी दिल्ली में केंद्र सरकार और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कई बड़े चेहरों से मुलाकात करेंगे. आज सुबह 10:45 बजे पीएम मोदी से और उसके बाद जेपी नड्डा से 12:30 बजे मुलाक़ात करेंगे. गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी ने दिल्ली पहुंचने के बाद गृहमंत्री अमित शाह से उनके आवास पर मुलाकात की. अभी कुछ दिन पहले ही भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) बी एल संतोष और पार्टी के प्रदेश प्रभारी राधामोहन सिंह ने लखनऊ का दौरा किया था और अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी की तैयारियों की समीक्षा की थी.
प्रदेश अध्यक्ष और संगठन मंत्री से की मुलाकात
दिल्ली जाने से पहले योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह और संगठन मंत्री सुनील बंसल के साथ बैठक की. इस बैठक के बारे में वैसे तो सरकार की तरफ से कहा गया कि ये हर महीने होने वाली रूटीन बैठक थी, लेकिन इस बैठक में शामिल होने के लिए सुनील बंसल हेलीकॉप्टर से वापस लखनऊ पहुंचे थे. कहा जा रहा कि हालिया अकटलों को देखते हुए सीएम योगी शीर्ष नेतृत्व को रिपोर्ट देने जा रहे हैं.
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गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाला है. कई दिनों से प्रदेश में सरकार और सगठन में फेरबदल की खबरें भी सामने आ रही थीं. इस खींचतान की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबसे करीबी एके शर्मा को मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने को लेकर बताई जा रही थी. इस खींचतान को लेकर बीजेपी और आरएसएस के नेताओं ने लखनऊ में मंथन भी किया था. जानकारी के मुताबिक दिल्ली में एक तरफ पीएम नरेंद्र मोदी बैठक कर रहे थे तो लखनऊ में यूपी बीजेपी प्रभारी राधा मोहन सिंह ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित से मुलाकात की थी. इस मुलाकात के बाद फिर से मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलें लगनी शुरू हो गई थी, लेकिन फिर से इसे टाल दिया गया.
विधान परिषद के सदस्य ए के शर्मा भी दिल्ली में
नड्डा और प्रधानमंत्री के बीच मुलाकात की कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई लेकिन प्रसाद ने मुख्यमंत्री से हुई अपनी मुलाकात को शिष्टाचार भेंट करार दिया. हाल ही में भाजपा में शामिल हुए पूर्व प्रशासनिक अधिकारी और विधान परिषद के सदस्य ए के शर्मा भी दिल्ली में हैं. सूत्रों का कहना है कि उन्होंने पार्टी के कुछ केंद्रीय नेताओं से मुलाकात की. शर्मा को प्रधानमंत्री मोदी का करीबी समझा जाता है.
मुलाकातों के इस दौर के बारे में भाजपा नेताओं या पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने कोई आधिकारिक जानकारी तो नहीं दी लेकिन सूत्रों ने दावा किया कि यह कवायद प्रसाद और शर्मा सहित कुछ अन्य नेताओं को उत्तर प्रदेश सरकार में शामिल किए जाने को लेकर है. प्रसाद राज्य के जानेमाने ब्राह्मण परिवार से हैं तो शर्मा भूमिहार बिरादरी से संबंध रखते हैं. इस बीच, सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आदित्यनाथ शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नड्डा से मुलाकात कर सकते हैं.
HIGHLIGHTS
- गुरुवार को सीएम योगी ने गृहमंत्री अमित शाह से की थी मुलाकात
- यूपी में सरकार और संगठन में सियासी फेरबदल की लग रही हैं अटकलें
- ए के शर्मा को लेकर सीएम योगी जेपी नड्डा से कर सकते हैं बातचीत