दिल्ली हाई कोर्ट की पूर्व जस्टिस पूनम ए बाम्बा ने मंगलवार को इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में अपनी कॉफी टेबल बुक 'पटियाला हाउस: पैलेस टू सीट ऑफ जस्टिस' लॉन्च की. इस किताब का विमोचन करते हुए उन्होंने कहा कि यह किताब पटियाला हाउस के ऐतिहासिक महत्व को बताती है. पुस्तक विमोचन के दौरान दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना, दिल्ली हाई कोर्ट के न्यायाधीश, माननीय श्री न्यायमूर्ति नवीन चावला और दिल्ली उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश माननीय श्री न्यायमूर्ति मनमोहन मौजूद रहे.
पटियाला हाउस की इमारत एक चुनौती है
कार्यक्रम में जस्टिस मनमोहन ने कहा कि पटियाला हाउस कोर्ट का इतिहास बताने में कारगर साबित होगा. इस किताब से पता चला कि न केवल पटियाला हाउस की इमारत एक चुनौती है, बल्कि ऐसी इमारत से निपटने वाले कई अधिकारियों के लिए सिस्टम भी एक चुनौती है. यह काफी चुनौतीपूर्ण है, हमारे पास पटियाला हाउस के पुनर्गठन का खाका है.' लेकिन मेन चुनौती ये है कि मास्टर प्लान में इसे संस्थागत के बजाय सामाजिक उपयोग के रूप में दिखाया गया है और इसमें बदलने की प्रयास जारी है.
उपराज्यपाल ने क्या कहा?
वहीं, उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने कहा कि ये पुस्तक 'खजाना निधी' है. इस पुस्तक को देश के हर प्रमुख लाइब्रेरी में जगह मिलनी चाहिए. उन्होंने कहा कि कॉफ़ी टेबल बुक पूरे भारत में ऐसी ऐतिहासिक इमारतों में स्थित सभी अदालतों में प्रतिकृति के योग्य है.
Source : News Nation Bureau