कोयम्बटूर धमाके का मास्टर माइंड जमेशा मुबिन अत्यधिक कट्टरपंथी था. उसने अपनी डायरी में हिंदू देवी-देवताओं के नाम लिख रखे थे. इसके साथ ही उसकी डायरी में नागरिकता संशोधन अधिनियम, हिजाब विवाद का भी जिक्र था. जांचकर्ताओं के मुताबिक मुबिन मानता था कि मुसलमानों के साथ दोयम दर्जे के नागरिकों जैसा बर्ताव किया जाता है. राष्ट्रीय जांच एजेंसी के आधिकारिक तौर पर कोयम्बटूर धमाके की जांच अपने हाथ में लेने के पहले ही पुलिस को चार डायरियों में उक्त जानकारियां मिली थीं. 29 साल के इंजीनियरिंग स्नातक मुबिन की बीते रविवार कार धमाके में मौत हो गई थी. जांच में पता चला था कि मुबिन अपनी कार में दो गैस सिलेंडर लेकर जा रहा था, जब एक मंदिर के पास उसमें विस्फोट हो गया था. इस मामले में मुबिन के सहयोगियों समेत आधा दर्जन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. शुरुआती जांच में सामने आया है कि वह खुद ही कट्टरपंथी हो गया था. हालांकि मुबिन का नाम कोलंबो बम धमाकों के प्रमुख साजिशकर्ता के साथ भी जुड़ा था. इसको लेकर मुबिन से 2019 में एनआईए ने गहन पूछताछ भी की थी.
संवेदनशील इलाके में मंदिर को उड़ाने की थी योजना
अभी तक की जांच से पता चला है कि मुबिन गैस सिलेंडर वाली कार से लक्ष्य को उड़ाने जा रहा था, लेकिन पुलिस को देख उसने कार में पहले ही धमाका कर लिया. कार में यह धमाका 23 अक्टूबर को एक मंदिर के सामने हुआ था, जिसमें एक शख्स की मौत हो गई थी. एनआईए ने इस धमाके की रविवार से जांच शुरू कर दी है. एसपी श्रीजिथ के नेतृत्व में एनआईए की एक टीम ने रविवार को घटनास्थल का दौरा किया और कुछ अन्य सबूत जुटाए. एनआईए की टीम ने कोट्टाई ईश्वरम मंदिर के पुजारी सुंदरेशन से भी इस मामले की पूछताछ की है. पुलिस जमेशा मुबिन के अलावा धमाके में मारे गए शख्स के घर जाकर भी जांच करेगी. बताते हैं कि शहर पुलिस ने अपनी अभी तक की जांच के सभी सबूत और विवरण शनिवार को एनआईए को उपलब्ध करा दिए हैं. तमिलनाडु सरकार ने कोयम्बटूर धमाके की जांच एनआईए के सुपुर्द करने का निर्णय किया था.
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75 किग्रा विस्फोटक भी हुआ था बरामद
अवनाशी रोड पर पुलिस रिक्रूट्स स्कूल में आर्म्ड रिजर्व परिसर में एनआईए को अस्थायी ऑफिस के लिए जगह उपलब्ध करा दी गई है. शहर पुलिस भी एनआईए के साथ शुरुआती जांच में शामिल है. शहर पुलिस के दस तेज-तर्रार अधिकारी एनआईए की जांच में मदद कर रहे हैं. मुबिन की कार में उक्कदम इलाके में धमाका हुआ था, जो सांप्रदायिक दंगों के लिहाज से बेहद संवेदनशील इलाका माना जाता है. धमाके के बाद तमिलनाडु के गवर्नर आरएन रवि ने इसे आतंकी धमाकों से दहलाने की साजिश करार दिया था. इस मामले में पुलिस के अपनी जांच में 75 किग्रा विस्फोटक भी मिला था. पुलिस का मानना है कि कम तीव्रता वाले विस्फोटक से देशी बम बनाए जाने थे. इस मामले में अब तक आधा दर्जन लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
HIGHLIGHTS
- 23 अक्टूबर को जमेशा मुबिन मंदिर उड़ाने से पहले कार धमाके में मारा गया
- तमिलनाडु सरकार ने एनआईए को धमाके की जांच सौंपने का किया था फैसला
- स्थानीय पुलिस को शुरुआती जांच में 75 किग्रा विस्फोटक भी मिला है
Source : News Nation Bureau