Cold wave likely to re-emerge over North-West India: उत्तरी-पश्चिमी भारत पिछले दो दिनों से चैन की सांस ले रहा था. न्यूनतम तापमान बढ़ गया था. शीतलहर से थोड़ी राहत थी. लेकिन ये राहत अस्थाई साबित होने वाली है. अगले 48 घंटों के बाद समूचे उत्तर-पश्चिमी भारत में भयंकर शीतलहर आने वाली है. आखिर क्यों लौट रहा है शीतलहर का दौर? ये सवाल तो सबके मन में आ रहा होगा. तो इसकी वजह है पश्चिमी विक्षोभ का सक्रिय होगा. विक्षोभ के सक्रिय होने की वजह से न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी हो रही थी, लेकिन अब ये पश्चिमी विक्षोभ अपनी दिशा बदल रहा है.
पश्चिमी विक्षोभ की वजह से बढ़ी मुसीबत!
पश्चिमी विक्षोभ को अंग्रेजी में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस भी बोलते हैं. इसी की वजह से लोगों को थोड़ी राहत मिल रही थी. लेकिन ये पूरब की तरफ खिसक रहा है. ऐसे में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान जैसे राज्यों में न्यूनतम तापमान जो बढ़ा था, वो फिर से नीचे गिर जाएगा. अगले 48 घंटों में ये प्रक्रिया शुरु हो जाएगी और रातें फिर से बेहद सर्द हो जाएंगी. मौसम विभाग की मानें तो 15 जनवरी के बाद पूरे उत्तर भारत में शीतलहर का नया दौर चलेगा. लेकिन उत्तर-पश्चिम भारत के लिए ये ज्यादा दुखदाई साबित हो सकता है. क्योंकि लोग मान कर चल रहे थे कि शीतलहर का दौर थोड़ा जल्दी खत्म हो गया.
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पश्चिमी यूपी को नहीं मिलेगी राहत
15 जनवरी के बाद अगले पूरे सप्ताह उत्तरी-पश्चिमी भारत में न्यूनतम तापमान शून्य डिग्री सेल्सियस को भी छू सकता है. शीतलहर के चलते जन-जीवन अस्त व्यस्त रहने वाला है. वहीं, उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्से में थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद है. हालांकि पश्चिमी उत्तर प्रदेश खासकर राजस्थान और हरियाणा से सटे इलाकों में शीतलहर का व्यापक असर बरकरार रहेगा.
HIGHLIGHTS
- लौट सकता है शीत लहर का दौर
- 15 जनवरी के बाद गिरेगा तापमान
- मौसम में बदलाव की कई वजहें