ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने कंजर्वेटिव सांसदों से ब्रेक्सिट मुद्दे पर एकजुट होने की ताजा अपील की है और सत्तारूढ़ दल से 'व्यक्तिगत पसंद का त्याग करने व जो हमें विभाजित करता है उसे दरकिनार करने' का आग्रह किया है. गार्डियन की रिपोर्ट के मुताबिक, मे ने 14 फरवरी को हाउस ऑफ कॉमन्स में अपनी ब्रेक्सिट योजना को एक और शर्मनाक हार मिलने के बाद शनिवार रात को सभी 317 कंजर्वेटिव सासंदों को लिखे एक पत्र में कहा कि मतदान का परिणाम 'निराशाजनक' है. लेकिन, उन्होंने साथ ही प्रतिबद्धता जताई कि सरकार आयरिश सीमा बैकस्टॉप मामले में समझौते में बदलाव करवाने की दिशा में प्रयास करती रहेगी.
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प्रधानमंत्री ने घोषणा की कि वह इस मसले पर यूरोपीय कमिशन के अध्यक्ष जीन क्लॉड जंकर के साथ आगे की बातचीत के लिए ब्रसेल्स लौटेंगी. उन्होंने आने वाले दिनों में यूरोपीय संघ के सभी सदस्य देशों के नेताओं से बात करने की अपनी मंशा भी जाहिर की. ब्रिटेन के ईयू से अलग होने की निर्धारित तारीख से महज 41 दिन पहले सांसदों से एकजुटता की अपील करते हुए मे ने कहा, "इस प्रक्रिया में हम सबने क्या भूमिका निभाई है, इतिहास इस आधार पर हमारा आकलन करेगा. मेरा मानना है कि हमारी प्राकृतिक शक्ति, ऐसे संसाधन जिनसे किसी को भी ईष्या हो और अपार कौशल वाला हमारा देश पूरे विश्वास के साथ इस भावना से भविष्य का सामना कर सकता है कि हमारे सर्वश्रेष्ठ दिन आने वाले हैं, लेकिन इस समय हम एक जटिल लम्हे में खड़े हैं."
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मे ने कहा, "लेकिन, मैं मानती हूं कि संसद से एक ऐसे विदड्रॉल एग्रीमेंट (ब्रेक्सिट समझौता) को मंजूरी दिलाने में नाकाम रहना जो जनमत संग्रह के अनुरूप हो, उन लोगों का सम्मान न करना होगा जिन्होंने हमें अपना प्रतिनिधि बनाकर भेजा है और यह उनके शानदार भविष्य को खतरे में डाल देगा जो उनका होना चाहिए." बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रधानमंत्री समझौते में आयरिश बैकस्टॉप पर बदलाव का प्रयास कर रही हैं. हालांकि, ईयू के नेता बार-बार कह चुके हैं कि विदड्रॉल एग्रीमेंट को अंतिम रूप दिया जा चुका है और इस पर फिर से बातचीत नहीं होगी.
Source : IANS