चेन्नई में वर्ष 2015 के बाद से सबसे भारी बारिश दर्ज की गई है क्योंकि शहर और उसके उपनगरीय इलाकों में भारी बारिश हो रही है. पूरे शहर भर में जलभराव और बाढ़ जैसी हालत हो गई है. इस बीच, अधिकारियों ने रविवार को लोगों को बाढ़ की चेतावनी जारी की है. मौसम विशेषज्ञ प्रदीप जॉन ने कहा, मायलापुर में 226 मिमी, चेन्नई में शिवप्पु संभावम और अंबत्तूर में 205 मिमी बारिश दर्ज की गई है. यह 2015 के बाद से नुंगमबक्कम में सबसे अधिक वर्षा है और यह अब 200 मिमी को पार कर गई है.
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बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक कम दबाव बनने की वजह से चेन्नई में रात भर भारी बारिश हुई. जलभराव के कारण एमजीआर चेन्नई सेंट्रल जाने वाली पांच ट्रेनें देरी से चल रही हैं. बाढ़ के कारण आने वाली ट्रेनें 10 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलाई जा रही हैं. अरक्कोनम-चेन्नई मार्ग पर प्रभावित क्षेत्रों में पटरियों से पानी निकाला जा रहा है. जलभराव के कारण एग्मोर स्टेशन पर आने वाली चार ट्रेनें देरी से चल रही हैं. चेन्नई-गुरुवायुर एक्सप्रेस का प्रस्थान सुबह 40 मिनट की देरी से हुआ. मौसम विशेषज्ञ प्रदीप जॉन ने कहा एक ट्वीट में कहा कि शहर में पिछले 10 घंटे में करीब 14 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई है. नागरिक निकाय के अधिकारी लगातार बारिश के बाद बाढ़ के खतरे को लेकर चर्चा कर रहे हैं कि क्या चेंबरबक्कम झील से पानी छोड़ा जाना चाहिए. अन्ना नगर क्षेत्र में खासकर सत्य नगर में निकासी का काम चल रहा है. नगर निकाय के अधिकारी कोलाथुर इलाके में इलाकों का निरीक्षण कर रहे हैं.
HIGHLIGHTS
- चेन्नई में वर्ष 2015 के बाद से सबसे भारी बारिश दर्ज
- शहर भर में जलभराव और बाढ़ जैसी हालत
- लगातार बारिश से कई ट्रेनें देरी से चल रही है
Source : News Nation Bureau