एलएसी पर गोगरा हाइट्स-हॉट स्प्रिंग्स क्षेत्र में चीन के साथ चल रहे टकराव के खत्म होने के तीसरे दिन शनिवार को सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने पूर्वी लद्दाख में पर्वत प्रहार अभ्यास का निरीक्षण किया. लद्दाख क्षेत्र के अपने दो दिवसीय दौरे के पहले दिन सेना प्रमुख ने लद्दाख सेक्टर का दौरा किया. गौरतलब है कि मई 2020 में चीनियों द्वारा की गई आक्रामकता के बाद यह घर्षण आखिरी केंद्र था, जिस पर दोनों देशों के बीच तीन दिन पहले संघर्ष के खात्मे पर सहमति बनी.
भारतीय सेना की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि यात्रा के दौरान जनरल पांडे ने पर्वत प्रहार नामक युद्ध युद्ध अभ्यास का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने सैनिकों से बातचीत की और उनकी दृढ़ता और पेशेवर मानकों के लिए उनकी सराहना की. गौरतलब है कि मई 2020 के बाद LAC पर हुए विवादों को हल करने की दिशा में बढ़ते हुए भारत और चीन ने पूर्वी लद्दाख में LAC के गोगरा-हॉट स्प्रिंग्स (PP-15) क्षेत्र में बनाए गए अस्थायी ढांचे और अन्य संबद्ध बुनियादी ढांचे को नष्ट करने पर सहमत हुए हैं.
विदेश मंत्रालय (MEA) ने शुक्रवार को इस बारे में जानकारी देते हुए कहा था कि भारत और चीन के कोर कमांडरों के बीच 17 जुलाई 2022 को चुशूल मोल्दो मीटिंग पॉइंट पर हुई सोलहवें दौर की वार्ता के दौरान तनाव को खत्म करने पर बनी सहमति के बाद दोनों पक्षों ने वार्ता के दौरान प्राप्त प्रगति को आगे बढ़ाने और भारत-चीन सीमा क्षेत्रों के पश्चिमी क्षेत्र में एलएसी (वास्तविक नियंत्रण रेखा) के साथ प्रासंगिक मुद्दों को हल करने के लिए नियमित संपर्क बनाए रखा था. "परिणामस्वरूप, दोनों पक्ष अब गोगरा-हॉट स्प्रिंग्स (पीपी-15) के क्षेत्र से पीछे हटने और वहां पर दोनों ओर से बनाए गए अस्थाई ढांचे को ध्वस्त करने पर सहमत हुए हैं. दोनों पक्षों में हुए समझौते के मुताबिक इस क्षेत्र में दोनों ओर से सेना को पीछे हटाने और अस्थाई निर्माण को तोड़ने की प्रक्रिया 8 सितंबर को साढ़े 8 बजे शुरू हुई और 12 बजे तक पूरी हो गई थी.
Source : News Nation Bureau