कांग्रेस नेतृत्व पार्टी की राज्य इकाइयों में चल रहे अंदरूनी कलह को सुलझाने में लगातार विफल हो रहा है। आईएएनएस-सी वोटर लाइव ट्रैकर में शामिल लोगों ने यह प्रतिक्रिया जाहिर की है।
कांग्रेस की पंजाब और हरियाणा इकाई के बाद अब पार्टी की छत्तीसगढ़ इकाई में भी घमासान देखा जा रहा है और इस संबंध में सवाल पूछे जाने पर सर्वे में शामिल 48.33 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व पार्टी की राज्य इकाइयों में व्याप्त अंदरूनी कलह को सुलझाने में लगातार विफल हो रहा है।
यह सर्वे 12,25 लोगों के बीच किया गया। भारत में सीवोटर न्यूजट्रैकर सर्वेक्षण एक राष्ट्रीय प्रतिनिधि या²च्छिक संभाव्यता नमूने पर आधारित हैं, जैसा कि विश्व स्तर पर मानकीकृत आरडीडी सीएटीआई पद्धति में उपयोग किया जाता है, जो सभी राज्यों में सभी भौगोलिक और जनसांख्यिकीय क्षेत्रों को कवर करता है। यह दैनिक लाइव ट्रैकर सर्वेक्षण सभी सामाजिक-आर्थिक क्षेत्रों में वयस्क (18 प्लस) उत्तरदाताओं के साक्षात्कार पर आधारित है। डेटा को ज्ञात जनगणना प्रोफाइल पर भारित किया जाता है। त्रुटि का मानक मार्जिन : राष्ट्रीय प्रवृत्तियों पर प्लस/माइनस तीन प्रतिशत और क्षेत्रीय/जोनल प्रवृत्तियों पर प्लस/माइनस पांच प्रतिशत आत्मविश्वास के स्तर के साथ 95 प्रतिशत है। प्रत्येक रिपोर्ट में नमूना आकार और फील्ड कार्य तिथियों का स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है।
छत्तीसगढ़ में नेतृत्व परिवर्तन के मुद्दे पर सुगबुगाहट जारी है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रविवार को पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी से मुलाकात की और बैठक के बाद कहा कि जब आलाकमान किसी और को मुख्यमंत्री बनाने के लिए कहेगा तो उनकी मर्जी के मुताबिक वही किया जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्री टी. एस. सिंह देव, जिनके समर्थक बदलाव पर जोर दे रहे हैं, ने कहा है कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री पद का मुद्दा कांग्रेस नेतृत्व और पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को तय करना है, क्योंकि यह उनका विशेषाधिकार है।
कांग्रेस की हरियाणा इकाई में भी घमासान चल रहा है, जहां पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समर्थकों ने कुमारी शैलजा को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाने और हुड्डा को इस पद पर नियुक्त करने का दबाव बढ़ा दिया है।
सूत्रों का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री राज्य के मामलों में खुली छूट चाहते हैं और वह रणदीप सिंह सुरजेवाला के बढ़ते दबदबे से भी खफा हैं।
वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और क्रिकेटर से राजनीति में उतरे कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू की पिछले काफी दिनों से पंजाब में खींचतान जारी है, जो कि हाल के दिनों में और भी बढ़ गई है।
सिद्धू के प्रियंका गांधी वाड्रा और राहुल गांधी से अलग-अलग मिलने के बाद ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि प्रियंका गांधी ने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में सिद्धू का नाम सुझाया है। हालांकि, अमरिंदर सिंह और पार्टी के कुछ अन्य धड़े इस फॉमूर्ले को स्वीकार नहीं कर रहे हैं।
सूत्रों ने कहा कि पंजाब के नेता उन्हें कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में स्वीकार कर सकते हैं, लेकिन एक पूर्ण राज्य इकाई के प्रमुख के रूप में नहीं, क्योंकि मुख्यमंत्री राज्य कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में एक गैर-सिख चेहरा रखने के इच्छुक हैं।
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Source : IANS