विधानसभा चुनावों में जीत हासिल करने के बाद कांग्रेस और टीम राहुल लगता है फिर से चुनावी मोड में आ गई है. सेमीफाइनल में बीजेपी को पटखनी देकर कांग्रेस बीजेपी को फाइनल में भी धूल चटाना चाहती है और अभी से ही इसकी तैयारी में जुट गई है. सबसे पहले कांग्रेस तीनों राज्यों में मुख्यमंत्रियों के शपथग्रहण समारोह को मेगा शो बनाने की तैयारी कर रही है. शपथग्रहण समारोह को कांग्रेस विपक्षी दलों के लिए एकजुटता का मंच मानकर चल रही है और उसी हिसाब से एनडीए (NDA) के बाहर के सभी दलों को आमंत्रित करने की तैयारी चल रही है. बताया तो यह भी जा रहा है कि कांग्रेस शपथग्रहण के बाद जनता को धन्यवाद करने के लिए एक यात्रा भी निकालने जा रही है.
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17 दिसंबर को मध्य प्रदेश और राजस्थान में क्रमशः कमलनाथ और अशोक गहलोत शपथग्रहण करने वाले हैं. कमलनाथ ने मध्य प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के सामने सरकार बनाने का दावा पेश किया, जिससे उन्होंने स्वीकार कर लिया. उसी तरह एक दिन पहले शुक्रवार को अशोक गहलोत ने राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह के सामने सरकार बनाने का दावा पेश किया, जो मंजूर कर लिया गया. एक ही दिन शपथग्रहण समारोह होने से मीडिया कवरेज के लिए भी यह महत्वपूर्ण माना जा रहा है. छत्तीसगढ़ में कांग्रेस अभी मुख्यमंत्री की घोषणा नहीं कर पाई है.
दोनों शपथग्रहण समारोहों को कांग्रेस पार्टी मेगा इवेंट (Mega Event) के तौर पर देख रही है. साथ ही कांग्रेस को लगता है कि विपक्ष को एकजुट करने, नाराजगी दूर करने और अगले लोकसभा चुनाव के लिए महागठबंधन बनाने के लिए यह अच्छा मौका मिल गया है. क्षेत्रीय दलों के नेताओं ने भी कांग्रेस के लिए नरमी दिखाई है और उसकी जीत के लिए बढ़-चढ़कर बधाई देने की कोशिश की है.
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मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ शपथग्रहण समारोह के लिए राहुल गांधी, सोनिया गांधी और अन्य नेताओं को आमंत्रण देने के लिए शनिवार को दिल्ली आए हैं. कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेताओं और सहयोगी दलों के नेताओं को भी वे शपथग्रहण समारोह में आने का निमंत्रण देंगे.
ये राजनेता हो सकते हैं शपथग्रहण समारोह में शामिल
पूर्व प्रधानमंत्री डा मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी, प्रियंका वाड्रा, पी चिदंबरम, कपिल सिब्बल, अभिषेक मनु सिंघवी, मल्लिकार्जुन खड़गे, आनंद शर्मा, गुलाम नबी आजाद, रणदीप सिंह सुरजेवाला, मनीष तिवारी, ममता बनर्जी, एन चंद्रबाबू नायडू, द्रमुक नेता स्टालिन, बसपा प्रमुख मायावती, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, पुड्डूचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी, कर्नाटक के मुख्यमंत्री कुमारस्वामी, फारुख अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला, हरीश रावत, वीरभद्र सिंह, शीला दीक्षित, राजबब्बर, प्रमोद तिवारी, अखिलेश प्रताप सिंह, बिहार कांग्रेस अध्यक्ष मदनमोहन झा, राजद नेता तेजस्वी यादव, जीतनराम मांझी, उपेंद्र प्रसाद कुशवाहा, शरद पवार, सुप्रिया सुले, तारिक अनवर, भूपेंद्र हुड्डा आदि.
Source : Sunil Mishra