कांग्रेस के कर्णधार राहुल और सोनिया गांधी(Rahul and Sonia Gandhi) के खिलाफ ED के समन पर कांग्रेस (Congress) ने करारा प्रहार किया है. कांग्रेस नेता, राष्ट्रीय प्रवक्ता और मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला (Randeep Singh Surjewala) ने इस संबंध में सोमवार को मोदी सरकार के खिलाफ जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि कायर मोदी सरकार सत्य की आवाज से डर गई है. मोदी सरकार और उसके पिट्ठू ‘इलेक्शन मैनेजमेंट डिपार्टमेंट’ ED ने सत्य को ललकारा है. सत्य को आवरण की जरूरत नहीं, न उसे दबाया जा सकता है और न झुकाया जा सकता है. केंद्री की सत्ता में बैठी कायर मोदी सरकार की पुलिस के दिल्ली में हजारों नाके और अघोषित आपातकाल इस बात का सबूत है कि राहुल गांधी व भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सत्याग्रह से सरकार की चूलें हिल गई हैं.
हर भाजपाई हथकंडे को विफल करने की कही बात
सुरजेवाला ने कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में शांतिप्रिय और गांधीवादी तरीके से सत्याग्रह की मार्च तो निकलेगी ही. न इसे अंग्रेज दबा पाए और न ही उस समय अंग्रेजों के मुखबिर बने आज के सत्ताधारी हुक्मरान दबा पाएंगे. हम दृढ़ता से शांतिप्रिय तरीके से भाजपा के ‘इलेक्शन मैनेजमेंट डिपार्टमेंट’(ED) के कार्यालय जाएंगे और उनकी ‘झूठ की अदालत’ में सत्य पर आधारित हर सवाल का जवाब भी देंगे. यही हमारा संकल्प है और यही गांधी का रास्ता. उन्होंने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को झुकाने के लिए मोदी जी पिछले 8 साल से एड़ी चोटी का जोर लगा रखा है. लेकिन राहुल गांधी और कांग्रेस का हर नेता व कार्यकर्ता देश के साधारण व्यक्ति, मध्यम वर्ग, गरीब और दलित की आवाज उठाने के अपने कर्तव्य पर अडिग है. हम लोकतंत्र के सिपाही हैं और संविधान के रखवाले हैं. हम न डरेंगे और न झुकेंगे और हर भाजपाई हथकंडे को विफल करेंगे.
कांग्रेसी स्वतंत्रता सेनानियों की दिलाई याद
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस 136 साल से इस देश के हर व्यक्ति की आवाज है. हम उस गांधी के वंशज हैं, जिन्होंने निहत्थे रहकर देश की जनता की ताकत के बल पर दुनिया की सबसे बड़ी तानाशाही ताकत को हिंदुस्तान छोड़कर भागने पर विवश कर दिया था. कांग्रेस उस पंडित नेहरू की वैचारिक सोच है, जिन्होंने देश की आजादी के आंदोलन में 10 साल कारावास में बिताए और राष्ट्र निर्माण का संकल्प पूरा कर दिखाया. हम उस सरदार पटेल के उत्तराधिकारी हैं, जिन्होंने आजाद भारत को पंडित नेहरू के साथ कंधे से कंधा मिला एक सूत्र में पिरोया. हम मौलाना अब्दुल कलाम आजाद और डॉ. राजेंद्र प्रसाद की सोच हैं, जिन्होंने जिन्ना के विभाजनकारी एजेंडे को सिरे से खारिज कर दिया. हम उन ‘माफीवीरों’ के अनुयायी नहीं, जो कारागार की दीवारें देखकर अंग्रेजों को माफीनामे लिख आए थे. नेशनल हेराल्ड अखबार, जिसके सहारे आप कांग्रेस के नेतृत्व को झुकाना चाहते हैं और डराना चाहते हैं, यह उसी स्वतंत्रता संग्राम की साल 1937 में स्थापित पहचान भी है और आवाज भी. जब आज के हुक्मरान अंग्रेजों की मुखबिरी कर रहे थे, तब कांग्रेस के लोग इस देश की मिट्टी को अपने खून और पसीने से सींच रहे थे. उन स्वतंत्रता सेनानियों की आवाज है, ये नेशनल हेराल्ड अखबार.
कांग्रेस ने नेशनल हेराल्ड अखबार को बचाने का काम किया
मोदी जी, जब नेशनल हेराल्ड अखबार ( और उसकी मालिक 1937 में बनी एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड) पर कर्ज का गंभीर संकट आया और समाचार पत्र को चलाने के लिए कठोर परिश्रम करने वाले कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल पा रहा था, तब कांग्रेस पार्टी ने साल 2002 से 2011 तक दस वर्षों में 90 करोड़ रुपया इस संस्थान को देखकर देश की विरासत को बचाने का काम किया.
सभी आरोपों पर दी सफाई
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस एक राजनीतिक दल है और एक राजनीतिक दल किसी कंपनी में हिस्सेदारी नहीं खरीद सकता. इसलिए, ‘यंग इंडियन’ के नाम से एक गैर-लाभकारी कंपनी (नॉट फॉर प्रॉफिट कंपनी) को नेशनल हेराल्ड व एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड के शेयर दिए गए, ताकि 90 करोड़ का कर्ज खत्म हो सके. इस 90 करोड़ में से 67 करोड़ कर्मचारियों की तनख्वाह व वीआरएस के लिए दिया गया तथा बाकी सरकार का बकाया, बिजली के बिल तथा भवन के लिए भुगतान हुआ. यह अपराध कैसे हो सकता है. यह तो कर्तव्य का बोध है. हमने मोदी सरकार की तरह देश की संपत्ति अपने उद्योगपति मित्रों को नहीं बेच डाली. नेशनल हेराल्ड की मालिक एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड के पास आज भी सारी संपत्ति हूबहू सुरक्षित है.
आरोपों को ऐसे किया खारिज
नरेंद्र मोदी जी, आप और आपका इलेक्शन मैनेजमेंट डिपार्टमेंट (ED) अच्छी तरह से जानते हैं कि नेशनल हेराल्ड और यंग इंडियन की एक खोटी चवन्नी तक कभी कांग्रेस पार्टी, हमारी अध्यक्षा सोनिया जी, राहुल जी या कांग्रेस के किसी नेता ने आज तक नहीं ली है और न ही नॉट प्रॉफिट कंपनी से आप तनख्वाह, डिवीडेंड या किसी रूप में एक पैसे का मुनाफा ले सकते हैं और न ही यंग इंडिया के शेयर किसी प्रकार से किसी को बेच सकते हैं. यह तो विश्वास का एक मसौदा है, जो भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस व देश की धरोहर है.
मोदी सरकार को दी खुली चुनौती
सुरजेवाला ने कहा कि अपनी असफलताओं पर झल्लाई हुई इस हुकूमत को मैं बता दूं कि हम इस राष्ट्रीय विरासत को बनाए रखने के लिए कल भी दृढ़ संकल्पित थे, आज भी अडिग हैं और कल भी रहेंगे. आपके यह झूठे मुकदमे हमारे लिए बंदर घुड़कियों से ज्यादा कुछ नहीं है. मोदी जी, आप जितना चाहे तिलमिला लें. आप जितना चाहे मुकद्दमे चला लें. हम कांग्रेस के करोड़ों कार्यकर्ता जनता की आवाज इसी प्रकार उठाते रहेंगे. हम महंगाई, बेरोजगारी और सरकारी संसाधनों की लूट पर आपको इसी प्रकार एक्सपोज करते रहेंगे. हम मध्यम वर्ग व गरीब की आवाज बने रहेंगे. यही कांग्रेस है और यही हमारा धर्म.
HIGHLIGHTS
- नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस नेताओं की पेशी से पहले आई सफाई
- कांग्रेस ने कहा एक केस में एक रूपए का भी नहीं हुआ गबन या हेराफेरी
- कांग्रेस ने सरकार पर लगाया नाकामी छुपाने के लिए परेशान करने का आरोप