कांग्रेस ने राहुल गांधी की अगुआई में निकलने जा रही भारत न्याय यात्रा का नाम बदल दिया है. इसका नया नाम भारत जोड़ो न्याय यात्रा होगा. गुरुवार को कांग्रेस नेताओं की हुई बैठक में यह फैसला लिया गया है. पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने इसकी जानकारी दी. जयराम रमेश ने कहा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा लोगों के जुबां पर चढ़ गई है. इसका अच्छा खासा रिस्पॉन्स भी दिखा था. ऐसे में पार्टी ने नई यात्रा के नाम में भारत जोड़ो नाम जोड़ा है. इस यात्रा का नाम अब भारत जोड़ो न्याय यात्रा कहा जाएगा. दिल्ली में आयोजित बैठक में महासचिवों प्रभारियों ,प्रदेश अध्यक्षों और विधानसभआ में नेता प्रतिपक्ष की भूमिका निभाने वाले नेताओं की मौजूदगी में ये फैसला लिया गया है.
6700 किलोमीटर लंबा होगा रूट
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा का रूटचार्ट भी पेश किया. उन्होंने कहा कि इस यात्रा की शुरुआत राहुल गांधी 14 जनवरी की दोपहर 12 बजे मणिपुर की राजधानी इंफाल से करेंगे. 66 दिनों तक चलने वाली इस यात्रा में राहुल गांधी दो बार स्पीच भी देंगे. अरुणाचल प्रदेश समेत 15 राज्यों से यह यात्रा निकलेगी. इसका रूट 6700 किलोमीटर लंबा होगा.
यह भी पढ़ें: बंगाल में TMC के 2 सीट वाले फॉर्मूले पर भड़के अधीर रंजन चौधरी, बोले- पता नहीं किसने ममता से भीख मांगी है
बाद में अरुणाचल को जोड़ा गया
जयराम रमेश ने कहा कि आज की बैठक में अरुणाचल प्रदेश से भी यात्रा को निकालने पर सहमति बनी है. अरुणाचल प्रदेश हमारे देश का अभिन्न हिस्सा है. जो हमारे दिल और दिमाग में हमेशा से है. बता दें कि कांग्रेस ने भारत न्याय यात्रा निकालने के लिए जो रूटमैप बनाया था उसमें अरुणाचल प्रदेश से सटे पासीघाट से गुजरात के पोरबंदर जाना शामिल था, लेकिन लंबे समय में मणिपुर में फैली अशांति और हिंसा को देखते हुए कांग्रेस ने प्लान में बदलाव करते हुए इसे मणिपुर से मुंबई तक मार्च निकालने का फैसला लिया है. हालांकि, अरुणाचल प्रदेश को यात्रा में शामिल नहीं करने को लेकर भाजपा ने कांग्रेस की चुटकी भी ली. भाजपा ने कहा कि कांग्रेस ने चीन को खुश करने के लिए अरुणाचल को अपनी यात्रा में शामिल नहीं किया था.
Source : News Nation Bureau