कांग्रेस और CPI (M) भाजपा के एजेंट हैं... तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने मंगलवार को अपने एक बयान में ये दावा किया है. साथ ही कहा है कि, TMC राज्य में भाजपा के खिलाफ प्रमुख विपक्षी दल है. पार्टी के प्रवक्ता कुणाल घोष ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, साल 2021 में, TMCने साबित कर दिया कि वे बीजेपी को रोक सकते हैं और हरा सकते हैं. साथ ही कहा कि, बंगाल में, CPI (M) और कांग्रेस भाजपा के एजेंट हैं. जब प्रवर्तन निदेशालय (ED) टीएमसी को परेशान करती है, तो बंगाल में कांग्रेस नाचती है, लेकिन जब वही ED दिल्ली में कार्रवाई करती है तो कांग्रेस विरोध करती है.
कुणाल घोष ने कहा कि, बंगाल में, TMC I.N.D.I.A गुट है, और कोई अन्य पार्टी नहीं है. बंगाल में कांग्रेस और सीपीएम NDA का हिस्सा हैं.
इससे पहले रविवार को, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने भी अपने I.N.D.I.A गुट सहयोगियों CPI (M) और कांग्रेस पर पश्चिम बंगाल में "भाजपा के साथ हाथ मिलाने" का आरोप लगाया था, साथ ही कहा था कि, राज्य में विपक्षी गठबंधन का "अस्तित्व समाप्त" हो गया है.
विपक्षी गुट भाजपा के लिए कर रहा काम...
इसके साथ ही तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने लोगों से आग्रह किया कि वे पश्चिम बंगाल में वाम-कांग्रेस-आईएसएफ गठबंधन के पक्ष में अपना वोट न डालें क्योंकि "उन्हें वोट देने का मतलब भाजपा को वोट देना होगा". बनर्जी ने अपने एक बयान में कहा कि, पश्चिम बंगाल में कोई भारत गठबंधन नहीं है. उन्होंने विपक्षी गुट के गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. यहां तक कि इसका नाम भी उन्होंने ही दिया था. लेकिन, सीपीआई (एम) और कांग्रेस राज्य में भाजपा के लिए काम कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि, अगर आप बीजेपी को हराना चाहते हैं, तो राज्य में कांग्रेस, सीपीआई (एम) और उनकी सहयोगी अल्पसंख्यक पार्टी (इंडियन सेक्युलर फ्रंट) के पक्ष में अपना वोट न डालें.
Source : News Nation Bureau