भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा बुधवार को नोटबंदी के जारी आंकड़ों के बाद कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से माफी की मांग की है। 500 और 1000 रुपये के 99 फीसदी से ज्यादा नोट वापस आने के आरबीआई के दावे के बाद कांग्रेस ने पीएम मोदी पर नोटबंदी को लेकर झूठ बोलने का आरोप लगाया है। केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कांग्रेस ने कहा कि 8 नवंबर को पीएम मोदी द्वारा अचानक घोषणा के बाद भारत को नोटबंदी की 'बड़ी कीमत' चुकानी पड़ी है।
पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि नोटबंदी के बाद 100 लोगों की जानें गई थी और लाखों रोजगार बर्बाद हो गए थे। उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था के जीडीपी विकास दर में 1.5 फीसदी की गिरावट आई और जिससे एक साल में 2.25 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था।
कांग्रेस नेता ने कहा, '15.42 लाख करोड़ रुपये (13,000 करोड़ रुपये छोड़कर) की राशि में से प्रत्येक रुपया आरबीआई के पास वापस लौट चुका है। याद कीजिए कि किसने कहा था कि तीन लाख करोड़ रुपये वापस नहीं आएंगे और यह सरकार के लिए फायदेमंद होगा।' उन्होंने कहा कि 13,000 करोड़ रुपये, जो वापस नहीं आए हैं, हो सकता है कि वे कालाधन न हों, बल्कि यह नेपाल व भूटान की मुद्रा हो या फिर ये नष्ट हो गए हो।
चिदंबरम ने कहा, 'कई सप्ताह तक 15 करोड़ रोजमर्रा के लोगों ने अपना जीवनयापन खो दिया था। हजारों लघु और मध्यम उद्योग बंद हो गए थे और लाखों रोजगार बर्बाद हो गए थे।'
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, 'प्रधानमंत्री मोदी ने स्वतंत्रता दिवस 2017 के भाषण में कहा था कि 3 लाख करोड़ से ज्यादा काला धन सिस्टम में वापस आएगा। मोदी जी, क्या आपके इसके लिए माफी मांगेंगे, जो कि अब झूठ है।'
उन्होंने कहा, 'आरबीआई रिपोर्ट ने दोबारा साबित किया है कि नोटबंदी बड़े स्तर की 'मोदी निर्मित आपदा' थी। 99.30 फीसदी बंद किए गए नोट वापस आ गए।'
आरबीआई ने 2017-18 की अपनी वार्षिक रिपोर्ट में बुधवार को कहा कि चलन से बाहर हुए 500 और 1,000 रुपये के प्रतिबंधित नोटों की जांच प्रक्रिया पूरी होने के बाद पाया गया कि बैंक के पास वापस हुए कुल विमुद्रीकृत नोटों का मूल्य 15.3 लाख करोड़ रुपये है, जो आठ नवंबर, 2016 को कुल विमुद्रीकृत नोटों के मूल्य 15.4 लाख करोड़ रुपये का 99.3 फीसदी है।
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वार्षिक रिपोर्ट में आरबीआई ने कहा, 'चलन से वापस हुए एसबीएन (विशिष्ट बैंक नोट) का कुल मूल्य 15,310.73 अरब रुपये है। आरबीआई ने कहा कि सत्यापन व समाधान के बाद आठ नवंबर, 2016 को एसबीएन (विशिष्ट बैंक नोट) का कुल मूल्य 15,417.93 अरब रुपये था।
आरबीआई ने कहा कि बीते वित्त वर्ष के आखिर में चलन में 18 करोड़ बैंक नोट पाए गए। वर्ष 2018 के मार्च महीने के आखिर में चनल में पाए गए बैंक नोट का मूल्य पिछले साल के मुकाबले 37.7 फीसदी बढ़कर 18,037 अरब रुपये हो गया।
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इसके अतिरिक्त आरबीआई की ओर से जून 2017 से लेकर जून 2018 के बीच यानी एक साल के दौरान जारी किए गए नोटों में करीब 27 फीसदी का इजाफा हुआ।
रिपोर्ट के मुताबिक, 30 जून, 2017 को चलन में जो नोट थे, उनका मूल्य 15,063.31 अरब रुपये था, उसके बाद जो नोट जारी किए गए, उससे 30 जून, 2018 को कुल नोटों का मूल्य 26.93 फीसदी बढ़कर 19,119.60 अरब रुपये हो गया।
Source : News Nation Bureau