कांग्रेस ने गुजरात में विधानसभा की आठ सीटों पर उपचुनाव से एक दिन पहले सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर उसके विधायकों की खरीद-फरोख्त करने का आरोप लगाया. इसके साथ ही कांग्रेस ने विधायकों के इस्तीफे और भाजपा की ओर से उन्हें लालच दिए जाने संबंधी कथित मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश की अगुवाई में कराए जाने की मांग भी की. कांग्रेस के एक स्टिंग में कथित तौर पर सोमभाई पटेल एक वीडियो में दावा करते हुए दिख रहे हैं कि उन्हें गुजरात की चार राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव से पहले मार्च में इस्तीफा देने के लिए पैसे दिए गए थे.
राज्य कांग्रेस के नेता अर्जुन मोडवाडिया ने मीडिया से कहा, "सभी केंद्रीय एजेंसियां केंद्र सरकार के इशारे पर काम कर रही हैं. इसलिए सुप्रीम कोर्ट के एक न्यायाधीश द्वारा मामले की जांच की जानी चाहिए."45 सेकेंड का वीडियो पहले गुजरात कांग्रेस ने अहमदाबाद में जारी किया था. कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने इसे एक बड़ा मुद्दा करार देते हुए भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम और भारतीय दंड संहिता के तहत एक मामला दर्ज करने की भी मांग की है.
कांग्रेस के राज्य मामलों के प्रभारी राजीव सातव ने आरोप लगाया कि भाजपा केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है और विधायकों को अपने खेमे में लाने के लिए अन्य तरीके अपना रही है. कांग्रेस के आठ विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था, जिसके कारण राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के एक उम्मीदवार की हार हुई थी. गुजरात में तीन नवंबर को आठ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होंगे, जबकि मतगणना 10 नवंबर को होगी.
लिंबडी से किरीट सिंह राणा के अलावा, भाजपा ने पांच कांग्रेस दलबदलू नेताओं को मैदान में उतारा है, जिन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया है. इनमें अब्दसा से प्रद्युम्न सिंह जडेजा, मोरबी से बृजेश मेरजा, धारी से जे. वी. काकड़िया, कपराडा से जीतू चौधरी और कर्जन से अक्षय पटेल शामिल हैं. भाजपा ने पूर्व मंत्री और पूर्व उपाध्यक्ष आत्माराम परमार को गढ़ा (एससी) और पूर्व विधायक विजय पटेल को भी चुनावी मैदान में उतारा है.
Source : IANS