पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद कांग्रेस का बागी गुट G-23 फिर सक्रिय हो गया है. दिल्ली में G-23 ने बुधवार को गुलाम नबी आजाद के घर बैठक की. इस बैठक के बाद बयान जारी कर कहा कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) को चुनौती देने के लिए अच्छा विकल्प जरूरी है, इसलिए समान विचारधारा वाले दलों के साथ कांग्रेस को बातचीत करनी चाहिए. असंतुष्ट कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि भाजपा से मुकाबले के लिए कांग्रेस को मजबूत करना बेहद जरूरी हो गया है.
G-23 की बैठक के बाद कांग्रेस के 18 नेताओं ने प्रेस रिलीज जारी किया. इसमें कहा है कि विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को मिली करारी हार और लगातार नेताओं एवं कार्यकर्ताओं का पार्टी छोड़कर जाने के सिलसिले पर जिस तरह से ध्यान नहीं दिया जा रहा, उस पर चर्चा करने को यह मीटिंग की आहूत की गई थी. उन्होंने कांग्रेस के आलाकमान से अपील है कि वे समान विचारधारा वाली पार्टियों से बात करें, ताकि बीजेपी को चुनौती देने के लिए एक अच्छा विकल्प तैयार हो सके.
In order to oppose BJP, it is necessary to strengthen the Congress party. We demand the Congress party to initiate dialogue with other likeminded forces to create a platform to pave way for a credible alternative for 2024: Joint statement of Congress' G 23 leaders pic.twitter.com/AsVO1Hm5II
— ANI (@ANI) March 16, 2022
गुलाम नबी आजाद, कपिल सिब्बल, मनीष तिवारी, शशि थरूर, अखिलेश प्रताप सिंह, शंकर सिंह बघेला, एम.ए खान, संदीप दीक्षित, विवेक तन्खा, पृथ्वीराज चव्हाण, आनंद शर्मा, भूपेंद्र सिंह हुड्डा, राज बब्बर, मणिशंकर अय्यर, पीजे कुरियन, राजिंदर कौर भट्टल, कुलदीप शर्मा और प्रेणित कौर के नाम से यह बयान जारी किया गया.
आपको बता दें कि इससे पहले कांग्रेस के बागी नेताओं ने कपिल सिब्बल के घर को बैठक के लिए चुना था, लेकिन नेताओं का यह विचार था कि वह नहीं चाहते थे कि यह संदेश जाए कि सिब्बल ने जो बयान दिया है, उसका G-23 के बाकी नेता भी समर्थन करते हैं. गौरतलब है कि पांच राज्यों में मिली हार के बाद यह G-23 गुट की यह दूसरी बैठक है. इससे पहले गुलाम नबी आजाद के घर पर 11 फरवरी को मीटिंग हुई थी. उस बैठक में कपिल सिब्बल और मनीष तिवारी भी शामिल हुए थे. इसमें कांग्रेस आलाकमान से पार्टी अध्यक्ष की मांग की गई थी.
Source : News Nation Bureau