कांग्रेस की मध्य प्रदेश इकाई के अध्यक्ष कमलनाथ ने बुधवार को कहा कि राज्य में अकेले विधानसभा चुनाव लड़ने का बसपा का निर्णय कोई झटका नहीं है और पार्टी को पूरा भरोसा है कि जमीनी समर्थन का आधार मजबूत है. टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में कमलनाथ से पूछा गया कि क्या कांग्रेस के साथ मध्य प्रदेश में गठबंधन से बसपा अध्यक्ष मायावती का इंकार पार्टी के लिए एक बड़ा झटका है? उन्होंने कहा, 'मैं नहीं समझता कि यह कोई झटका है. बसपा के छोटे कार्यकर्ता भी इसके प्रभाव को समझेंगे और जानेंगे कि उन्हें किस विकल्प को चुनना है.'
मायावती ने अपने बयान में राहुल गांधी और सोनिया गांधी के प्रति अच्छी भावना व्यक्त की है. ऐसे में क्या बसपा के साथ कांग्रेस के गठबंधन की कोई संभावना बन सकती है? कमलनाथ ने कहा कि मायावती कह चुकी हैं कि उनकी पार्टी अकेले चुनाव लड़ने जा रही है.
कांग्रेस के चुनाव का सामना करने को लेकर वह कितना आश्वस्त हैं? कांग्रेस नेता ने कहा, 'हम बहुत आश्वस्त हैं. मेरे पास चुनाव की समझ है, जिसे मैं पिछले 40 वर्षो से देख रहा हूं. पार्टी के पक्ष में मजबूत जमीनी समर्थन है, जो कि महत्वपूर्ण है. हम निश्चित रूप से भाजपा को हरा देंगे.'
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यह पूछे जाने पर कि बसपा से गठबंधन की बातचीत कैसे टूट गई? कमलनाथ ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि उन्होंने क्यों बातचीत तोड़ दी. कमलनाथ ने भाजपा पर मतों का बंटवारा करने की कोशिश करने का आरोप लगाया.
Source : IANS