पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने एक बार फिर मोदी सरकार पर निशाना साधा है. मनमोहन सिंह ने केंद्र सरकार की नीतियों को विफल बताया है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की विफल नीतियों के कारण एक तरफ तो गिर रही अर्थव्यवस्था, बढ़ रही महंगाई और बेरोजगारी से जनता परेशान है, वहीं दूसरी तरफ प्रधानमंत्री साढ़े 7 साल सरकार चलाने के बाद भी अपनी गलतियों का जिम्मेदार पहले पीएम नेहरू को ठहरा रहे हैं. पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरा स्पष्ट मानना है कि प्रधानमंत्री के पद की खास गरिमा होती है और इतिहास को कसूरवार ठहराने से अपने गुनाह कम नहीं हो जाते. प्रधानमंत्री के रूप में मैंने दस साल तक काम करते हुए खुद ज्यादा बोलने की बजाय मेरे काम के बोलने को प्राथमिकता दी. कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री की सुरक्षा के नाम पर पंजाब के मुख्यमंत्री सरदार चरणजीत सिंह चन्नी और यहाँ के लोगों को भाजपा द्वारा बदनाम करने का प्रयास किया गया, जिसे किसी भी लिहाज से एक सही परिपाटी नहीं माना जा सकता है.
मनमोहन सिंह ने कहा कि इस सरकार की नीति और नीयत दोनों में खोट है. हर नीति में स्वार्थ है, वहीं नीयत में नफरत और बंटवारा. अपना स्वार्थ सिद्ध करने के लिए लोगों को जाति-धर्म और क्षेत्र के नाम पर बांटा जा रहा है, उन्हें आपस में लड़ाया जा रहा है। इस सरकार का नकली राष्ट्रवाद जितना खोखला है, उतना ही खतरनाक. इनका राष्ट्रवाद 'बांटो और राज करो' की अंग्रेजी नीति पर टिका हुआ है. जो संविधान हमारे लोकतंत्र का आधार है, उस संविधान में इस सरकार की जरा भी आस्था नहीं है।
बीजेपी सरकार को ये भी समझ लेना चाहिए कि खुद की सूरत बदलने से सीरत नहीं बदलती है. जो सच है, वो किसी न किसी रूप में सामने आ ही जाता है. बड़ी-बड़ी बातें करना बहुत आसान है, लेकिन उन बातों को अमल में लाना बहुत मुश्किल होता है.
Source : News Nation Bureau