देश का सबसे बड़ा खेल अवार्ड- जिसे राजीव गांधी खेल रत्न अवार्ड के तौर पर जाना जाता है, उसे अब मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवार्ड के नाम से जाना जाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को ट्वीट के माध्यम से देश को इसकी जानकारी दी. वहीं, कांग्रेस के महासचिव और राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने केंद्र के इस कदम को लेकर भाजपा सरकार पर निशाना साधा है. सुरजेवाला ने कहा कि वह सरकार के इस कदम का स्वागत करते हैं, लेकिन फिर मोदी सरकार को दिवंगत पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली के नाम पर रखे स्टेडियम को हटाकर उसको भी खिलाड़ियों के नाम पर कर देना चाहिए.
शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे कांग्रेस नेता सुरजेवाला ने कहा कि हम सरकार के इस कदम का स्वागत करते हैं लेकिन राजनीति के लिए इसका इस्तेमाल न किया जाए. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने खेल बजट में 200 करोड़ रुपए से अधिक तक की कटौती कर दी है. इसलिए इस तरह के फैसलों से यह सब छुपाया जा रहा है. देश का सबसे बड़ा खेल अवार्ड- जिसे राजीव गांधी खेल रत्न अवार्ड के तौर पर जाना जाता है, उसे अब मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवार्ड के नाम से जाना जाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को ट्वीट के माध्यम से देश को इसकी जानकारी दी. ध्यानचंद हॉकी के महान खिलाड़ी रहे हैं। उनके जन्मदिन 29 अगस्त को खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है. साथ ही खेल पुरस्कारों के तहत ध्यानचंद अवार्ड भी दिया जाता है.
राजीव गांधी खेल रत्न अवार्ड की शुरूआत 1991-92 में हुई थी. सबसे पहले यह अवार्ड शतरंज खिलाड़ी विश्नाथन आनंद और बिलियर्डस खिलाड़ी गीत सेठी को दिया गया था.
मोदी ने ट्वीट कर कहा, "देश को गर्वित कर देने वाले पलों के बीच अनेक देशवासियों का ये आग्रह भी सामने आया है कि खेल रत्न पुरस्कार का नाम मेजर ध्यानचंद जी को समर्पित किया जाए. लोगों की भावनाओं को देखते हुए, इसका नाम अब मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार किया जा रहा है. जय हिंद!" अब तक लिएंडर पेस, सचिन तेंदुलकर, धनराज पिल्लई, पुलेला गोपीचंद, अभिनव बिंद्रा, अंजू बॉबी, जॉर्ज मैरी कॉम और रानी रामपाल को इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से नवाजा जा चुका है.
Source : News Nation Bureau