भारत में कोरोना महामारी (Corona Virus) की दूसरी लहर का अटैक अब कम होने लगा है. पिछले कुछ दिनों से कोरोना के दैनिक मामलों में गिरावट देखने को मिल रही है. कोरोना को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) लगातार राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बातचीत भी कर रहे हैं, लेकिन विपक्ष मोदी सरकार पर सवाल दाग रहा है. इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला (Congress Leader Randeep Surjewala) ने शनिवार को ट्वीट कर पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ पर (CM Yogi Adityanath) निशाना साधा है.
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने अपने ट्वीट में लिखा कि चारों और बिखरी 2,000 लाशें, सिसकती ज़िंदगी-थमी हुई सांसे, और.. गंगा मैय्या के न थम रहे आंसू और चीत्कार.. पर.. जिसने भगवा पहन यूपी की राजगद्दी ली, वो सत्ता के नशे में मदमस्त है, और.. जो कहता था कि उसे गंगा मैय्या ने बुलाया है, वो दिल्ली के सिंहासन पर बैठ ठहाके लगा रहा.
कांग्रेस का केंद्र पर हमला, कहा- मदद करने वालों को शिकार बना रही सरकार
आपको बता दें कि कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा. राहुल गांधी ने भी ट्वीट कर इशारों में सरकार पर तंज कसा. रणदीप सुरजेवाला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि मोदी और अमित शाह के राज में पुलिस का दुरुपयोग हो रहा है. रेड राज का बोलबाला है. मदद करने वाले फरिश्तों को मोदी सरकार शिकार बना रही है. सुरजेवाला ने कहा कि कोरोना संकट में व्यक्ति ठोकर खा रहा है, देश त्राहि त्राहि कर रहा है. ऐसे में श्रीनिवास के घर पर रेड कर सरकार ने शर्मनाक उदाहरण पेश किया है. कांग्रेस के के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि यूथ कांग्रेस सहायता कर रही है, तब रेड की जा रही है. माफ कीजिये पिशाच की भांति ये क्रूर सरकार मदद करने वालों को निशाना बना रही है. मोदी सरकार झूठ बोल रही है. वो बौखला गई है.
वहीं, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने वैक्सीन पॉलिसी को लेकर केंद्र की आलोचना की. उन्होंने कहा कि केंद्र ऐसी गलतियां कर रहा है जिसे भारत झेल नहीं पाएगा. उन्होंने वैक्सीन के वितरण की जिम्मेदारी राज्यों को दिए जाने का सुझाव दिया. उधर, पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता पी. चिदंबरम ने वैक्सीन की कीमत सुनिश्चित नहीं करने पर नाराजगी जताई और केंद्र सरकार को गरीब विरोधी करार दे दिया.
उन्होंने लिखा, गरीबों को टीका लगवाने के लिए अनिश्चित इंतजार करना होगा. यह केंद्र सरकार के गरीब विरोधी और कॉर्पोरेट हितैषी होने का एक और प्रमाण है. टीकों की एक कीमत तय करने की उसकी अनिच्छा से इसकी पुष्टि होती है. दो कंपनियां बंपर लाभ कमा रही हैं.
Source : News Nation Bureau