वरिष्ठ कांग्रेस नेता एम. वीरप्पा मोइली ने बुधवार को कहा कि जब संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) सत्ता में था, तो भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने जीएसटी विधेयक को लागू करने की राह में रोड़े अटकाए, जिसके कारण 12 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
मोइली ने लोकसभा में जीएसटी विधेयक पर हो रही बहस के दौरान कहा, 'देश को जीएसटी विधेयक लागू करने में हुई देरी के कारण 12 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। सात-आठ साल से ज्यादा बीत चुके हैं.. इसमें हुई देरी से किसका नुकसान हुआ है? यह देश के लोगों का नुकसान है।'
उन्होंने आगे कहा, 'हम राजनीति में लोगों के हित नहीं देख रहे हैं। आज के लिए सालाना आधार पर इससे 1.5 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।' मोइली ने ध्यान दिलाया कि पिछली कांग्रेस सरकार ही जीएसटी को लेकर आई थी।
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उन्होंने कहा, 'यूपीए सरकार इस विधेयक को लेकर आई थी। इसे समय पर लागू होना चाहिए था, लेकिन उस वक्त कुछ विपक्षी दलों ने सोचा कि इसे रोकना चाहिए। यह एक परिवर्तनकारी सुधार है, जो अभूतपूर्व और ऐतिहासिक है।'
उन्होंने कहा, 'उस दौरान भाजपा नेता यशवंत सिन्हा की अध्यक्षता वाली वित्त समिति ने 2011 में एक रिपोर्ट प्रस्तुत की थी। उसके बाद यूपीए सरकार ने यह विधेयक पेश किया, लेकिन विरोध करनेवालों ने इसे फिर रोक दिया।'
Source : IANS