कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जी परमेश्वर ने शुक्रवार को संकेत दिए कि पांच दिसंबर को होने वाले उपचुनाव में अगर भाजपा जरूरी सीटें नहीं जीत पाने पर बहुमत जुटा पाने में नाकाम होती है तो एक बार फिर उनकी पार्टी और जद(एस) में गठजोड़ हो सकता है. उनका यह बयान जद(एस) के दिग्गज एच डी देवगौड़ा द्वारा इस संदर्भ में की गई टिप्पणी के कुछ दिनों बाद आया है. देवगौड़ा के बयान ने इन कयासों को हवा दे दी थी. परमेश्वर ने तुमाकुरू में संवाददाताओं से कहा, “उपचुनाव के बाद, जैसा हमें महसूस हो रहा है- अगर लोगों ने अयोग्य विधायकों को नहीं चुना, स्वाभाविक रूप से भाजपा बहुमत खो देगी और सरकार गिर जाएगी.”
उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में दोनों दल (कांग्रेस और जद-एस) सरकार बना सकते हैं या राष्ट्रपति शासन लग सकता है और तब मध्यावधि चुनावों की घोषणा हो सकती है. देवेगौड़ा की टिप्पणी के संबंध में पूछे गए एक सवाल पर उन्होंने कहा कि इस बात की संभावना हो सकती है कि कांग्रेस और जद(एस) एक बार फिर सरकार बनाएं. “उनके बयान से हमें यह समझना होगा.” उन्होंने कहा, “दोनों दलों को सरकार बनानी होगी.
या तो जद(एस) और भाजपा को सरकार बनानी चाहिए या जद(एस) और कांग्रेस को पूर्व की तरह सरकार बनानी होगी.” प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष परमेश्वर एच डी कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली कांग्रेस-जद(एस) सरकार में उपमुख्यमंत्री रहे थे. देवगौड़ा ने हाल में उपचुनावों के संदर्भ में कहा था कि चुनावों के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के फैसले पर गौर किया जाना चाहिए कि वह क्या फैसला लेती हैं. इस बयान के बाद ऐसे कयास लगने लगे थे कि अगर स्थितियां बनीं तो दोनों दलों के साथ आने की संभावना है.
Source : भाषा