Assam Assembly Election : कांग्रेस की अंतरिम प्रमुख सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने सोमवार को महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण (Prithviraj Chavan) को असम के लिए स्क्रीनिंग कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया. स्क्रीनिंग समिति (Congress screening committee) का काम सोनिया गांधी की अध्यक्षता वाली पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति को उम्मीदवारों की सिफारिश करना है, जो इच्छुक पार्टी उम्मीदवारों को टिकट वितरित करने का अंतिम अधिकार है. 126 सदस्यीय असम विधानसभा में 27 मार्च, 1 अप्रैल और 6 अप्रैल को तीन चरणों में चुनाव होंगे. मतों की गिनती 2 मई को होगी. चव्हाण पिछले साल सोनिया गांधी को लिखे एक पत्र पर हस्ताक्षर करने वालों में से एक थे, जिन्होंने पार्टी के भीतर व्यापक सुधार की मांग की थी.
सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस इस अहम मोड़ पर पांच राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में एक महीने के भीतर चुनावों में जाने से असंतुष्ट खेमे के साथ कोई टकराव नहीं चाहती है. चव्हाण के साथ अध्यक्ष के रूप में कमलेश्वर पटेल और दीपिका पांडे सिंह को स्क्रीनिंग कमेटी का सदस्य बनाया गया है. असंतुष्ट खेमे के सदस्य कहते रहे हैं कि उन्हें परामर्श प्रक्रिया से बाहर रखा गया है, लेकिन अब कांग्रेस उनकी शिकायतों को दूर करने की कोशिश कर रही है, उन्हें पार्टी की चुनावी रणनीति के लिए लूप में रखा गया है.
सूत्रों का कहना है कि आंतरिक युद्ध अभी खत्म नहीं हुआ है, क्योंकि राहुल गांधी अक्सर प्रमुख पदों पर बैठे लोगों को अपने करीब रखते हैं, अक्सर वरिष्ठों की अनदेखी करते हैं.
गौरतलब है कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पहले ही असम गण परिषद (एजीपी) के साथ अपना गठबंधन जारी रखने की घोषणा कर चुकी है. यहा तक कि बीजेपी ने वर्तमान सहयोगी बोडो पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) को छोड़ने के बाद नए सहयोगी बतौर यूनाइटेड पीपल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) को चुना है और इनके साथ गठबंधन बनाने की घोषणा की है. इस बीच, मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने तीन वामपंथी दलों- सीपीआई-एम, सीपीआई, सीपीआई-एमएलएल के साथ-साथ ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) के साथ मिलकर एक 'महागठबंधन' बनाया है. माना जाता है कि आंचलिक गण मोर्चा, क्षेत्रीय दल क्रमश: मुसलमानों और स्थानीय लोगों के बीच राजनीतिक आधार रखते हैं.
Source : News Nation Bureau