कांग्रेस ने आगामी 26 जुलाई को ईडी के विरोध में शांतिपूर्ण सत्याग्रह करने का निर्णय लिया है. इस दिन कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी भी ED के सामने पेश होंगी. सभी सांसदों, एआईसीसी महासचिव और सीडब्ल्यूसी सदस्यों को दिल्ली में आयोजित होने वाले सत्याग्रह में भाग लेने के लिए कहा गया है. यह सत्याग्रह तब तक जारी रहेगा जब तक राष्ट्रीय अध्यक्षा सोनिया गांधी ईडी कार्यालय से बाहर नहीं निकल जाती. हरियाणा कांग्रेस कमेटी की ओर से सोनिया गांधी से की जा रही पूछताछ के विरोध में राज्य व जिला स्तर पर आंदोलन किए जा चुके हैं. हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने बताया कि भाजपा सरकार की ओर से सोनिया गांधी के खिलाफ विशुद्ध राजनीति से प्रेरित द्वेषपूर्ण कार्यवाही की जा रही है.
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'पूछताछ के लिए हमेशा तैयार हूं'
इससे पहले कांग्रेस ने गुरुवार को कहा कि ‘नेशनल हेराल्ड’अखबार से जुड़े कथित मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश हुईं. सोनिया गांधी जांच एजेंसी के अधिकारियों के कहने के बाद ईडी कार्यालय से लौटीं और आगे जब भी बुलाया जाएगा, वह पूछताछ के लिए तैयार हैं. इससे पहले, ईडी के सूत्रों ने कहा था कि सोनिया गांधी ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए उन्हें जाने देने का अनुरोध किया, जिसे मान लिया गया. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, ‘यह बात बिल्कुल गलत है कि सोनिया जी ने आग्रह किया कि वह जाना चाहती हैं. सोनिया जी ने कहा कि वह रात में आठ-नौ बजे तक बैठने के लिए तैयार हैं.’
क्या था पूरा मामला?
नेशनल हेराल्ड केस में आरोप है कि नेशनल हेराल्ड, AJL (एसोसिएटिड जर्नल लिमिटिड) और यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटिड के बीच वित्तीय गड़बड़ियां हुईं. सोनिया, राहुल से पूछताछ की कार्रवाई पिछले साल के आखिर में ईडी द्वारा धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं के तहत एक नया मामला दर्ज करने के बाद शुरू की गई. इससे पहले, एक निचली अदालत ने 2013 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी द्वारा दायर एक निजी आपराधिक शिकायत के आधार पर ‘यंग इंडियन’के खिलाफ आयकर विभाग की जांच का संज्ञान लिया था.
HIGHLIGHTS
- ईडी के विरोध में शांतिपूर्ण सत्याग्रह करने का निर्णय लिया है
- दिल्ली में आयोजित होने वाले सत्याग्रह में भाग लेने के लिए कहा गया
- राज्य व जिला स्तर पर आंदोलन किए जा चुके