लोकसभा चुनावों 2019 (Lok Sabha Election 2019) में करारी हार के बाद इंडियन नेशनल कांग्रेस (Congress) में हार की वजहों को जानने की कोशिश कर रही है जिसके लिए पार्टी के अंदर आत्ममंथन का दौर जारी है. बता दें कि पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी (Congress President Rahul Gandhi) चुनावों में हार के बाद इस्तीफे की पेशकश की थी लेकिन पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें इस फैसले से डिगाने की कोशिश में जुटे हैं. अब जब कांग्रेस पार्टी हार के वजहों को ढूंढने की कोशिश कर रही है तो कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर (Mani Shankar Aiyar) ने अपनी बात रखी है.
कांग्रेस पार्टी के नेता मणिशंकर अय्यर ने हाल ही में एक मीडिया हाउस को दिए इंटरव्यू में कहा है कि निश्चित तौर पर पार्टी में कुछ परेशानियां हैं, लेकिन कांग्रेस का इतिहास बहुत पुराना है, ऐसी परिस्थितियों में इससे पहले भी कांग्रेस पार्टी हमेशा बाहर आई है. उन्होंने कहा कि आज नहीं तो कल और कल नहीं तो परसो, कांग्रेस इन परिस्थितियों से बाहर निकल कर आ ही जाएगी. मणिशंकर अय्यर ने कहा कि हम सत्ता में रहने के लिए राजनीति नहीं करते और यही कांग्रेस और बीजेपी के बीच का बुनियादी अंतर है.
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बता दें कि इस बीच कांग्रेस की हार को लेकर पार्टी की रायबरेली सांसद सोनिया गांधी ने चुनाव प्रणाली पर भी गंभीर सवाल उठाए हैं. वहीं, पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी का कहना है कि वो इस बात का पता लगाएंगी कि किन कारणों के चलते कांग्रेस पार्टी को हार का सामना करना पड़ा है.
मतभेद को किया स्वीकार
मणिशकंर अय्यर ने कहा कि मैं काफी लंबे समय से कांग्रेस को करीब से देखता आया हूं. कांग्रेस के अंदर मतभेद पहली बार नहीं हो रहा. इससे पहले भी कई बार ऐसी स्थिति सामने आई है. इन मतभेदों को संभालना ही पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का काम है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने इन मतभेदों के बाद भी बड़ी जीत भी दर्ज की है और बड़ी हारों का भी मिलकर सामना किया है. कांग्रेस नेता के मुताबिक पहले भी संभले हैं और आगे भी इससे संभलेंगे.
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मणिशंकर ने कहा कि कांग्रेस का एक बड़ा परिवार था जो कि अब टूटकर कई हिस्सों में बंट गया. उनके अनुसार निजी राय पर भले ही सब अलग हो गए हो सकते हैं लेकिन सैद्धांतिक तौर हम सब एक हैं. मणिशंकर अय्यर ने राजीव गांधी के फार्मूले को याद करते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने पंचायतों को भी लोकतंत्र का हिस्सा बनाने की पैरवी की थी. आज एक बार फिर से उस पर विचार करने की आवश्यकता है.
राहुल गांधी का बचाव
राहुल गांधी का बचाव करते हुए मणिशंकर अय्यर ने कहा कि राहुल गांधी ने अपनी जिम्मेदारी स्वीकार की और शायद इसीलिए उन्होंने इस्तीफे की पेशकश की थी. कांग्रेस नेता के मुताबिक सभी राजनीतिक दलों में आत्ममंथन की जरूरत हमेशा रहती है. कांग्रेस 1999 से ही इस पर काम कर रही है. उन्होंने बताया कि कांग्रेस ने इससे पहले जो आत्ममंथन हुआ था, जो गलतियां हुईं थी उनमें से कुछ को स्वीकार किया गया था और कुछ को अस्वीकार. जिन्हें स्वीकार किया गया था उन्हें भी पूरी तरीके से पार्टी में लागू नहीं किया जा सका था. अय्यर ने कहा कि हार की जिम्मेदारी सिर्फ किसी एक शख्स की नहीं बल्कि हम सभी वरिष्ठ साथियों और नेताओं को मिलकर होती है.
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मणिशंकर ने कहा कि कांग्रेस का एक बड़ा परिवार था जो कि अब टूटकर कई हिस्सों में बंट गया था. उनके अनुसार निजी राय पर भले ही सब अलग हो गए हो सकते हैं लेकिन सैद्धांतिक तौर हम सब एक हैं. मणिशंकर अय्यर ने राजीव गांधी के फार्मूले को याद करते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने पंचायतों को भी लोकतंत्र का हिस्सा बनाने की पैरवी की थी. आज एक बार फिर से उस पर विचार करने की आवश्यकता है.
HIGHLIGHTS
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर ने तोड़ी चुप्पी.
राहुल गांधी का किया बचाव.
कांग्रेस के एक परिवार बताया.
Source : News Nation Bureau