कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में शुक्रवार से पार्टी का 84 वां महाधिवेशन शुरू होने जा रहा है।
महाधिवेशन की शुरूआत संचालन समिति की बैठक से होगी जिसमें लोकसभा एवं राज्य विधानसभाओं में पार्टी की चुनावी रणनीति के जरिये पार्टी की दिशा तय होगी। कांग्रेस की कोशिश होगी कि आने वाले चुनाव में बीजेपी के ख़िलाफ़ ठोस रणनीति तय किया जाए।
माना जा रहा है कि इस बार महाधिवेशन में नेताओं के बजाय कार्यकर्ताओं पर ध्यान केन्द्रित किया जाएगा। महाधिवेशन सत्र की शुरूआत 17 मार्च की सुबह पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी के उद्घाटन भाषण से होगी।
सूत्रों का कहना है कि इस बार राजनीतिक प्रस्ताव में समान विचारों वाली पार्टियों के साथ गठबंधन करने के बारे में भी संकेत मिलेगा।
कांग्रेस बीजेपी को सत्ता से बाहर करने के लिए विपक्षी दलो का एक बड़ा मोर्चा बनाने का प्रयास करना चाहती है। यूपीए संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी ने रात्रि भोज में 20 विपक्षी दलों के नेताओं को बुलाकर इस दिशा में पहल की है।
यही नहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार से बुधवार को ही मुलाकात की है। ऐसा माना जा रहा है कि 2019 के आम चुनाव से पहले बीजेपी के खिलाफ विपक्ष के संयुक्त मोर्चे के लिए प्रयासों को मजबूती देने के लिए यह मुलाकात हुई है।
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कांग्रेस के एक नेता ने कहा, 'इस बार अन्य सत्रों की तुलना में महाधिवेशन अलग होगा क्योंकि कांग्रेस अध्यक्ष नेताओं की तुलना में कार्यकर्ताओं को प्राथमिकता देना चाहते हैं।'
कांग्रेस प्रमुख की बजाय ध्यान कार्यकर्ताओं पर केन्द्रित होगा जिन्हें पार्टी की भावी रणनीति के बारे में बोलने का मौका दिया जाएगा।
सूत्रों के मुताबिक पार्टी चार प्रस्ताव पारित करेगी, जिनमें राजनीतिक, आर्थिक, विदेशी मामलों तथा कृषि, बेरोजगारी एवं गरीबी उन्मूलन के विषय शामिल होंगे। पार्टी प्रत्येक क्षेत्र के बारे में अपना दृष्टिकोण रखेगी और वर्तमान परिदृश्य से उसकी तुलना की जाएगी।
संचालन समिति की बैठक के बाद सभी प्रस्तावों को अंतिम रूप दिया जाएगा। दो दिन के गहन विचार विमर्श सत्र में राजनीतिक स्थिति सहित दो प्रस्तावों को पहले दिन लिया जाएगा। अंतिम दिन दो प्रस्तावों पर विचार होगा जिनमें बेरोजगारी से संबंधित प्रस्ताव होगा।
महाधिवेशन का समापन भी कांग्रेस अध्यक्ष के भाषण से होगा जिसमें वह आगामी चुनावों के लिए पार्टी की योजनाओं की दिशा तय करेंगे।
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Source : News Nation Bureau