कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की कैलाश मानसरोवर यात्रा चर्चा का विषय बनी हुई है। राहुल गांधी 31 अगस्त से चार -पांच दिनों के लिए धार्मिक यात्रा पर हैं। इस दौरान उन्होंने आध्यात्मिक अनुभवों को साझा किया। कांग्रेस अध्यक्ष ने ट्वीट कर लिखा कि कोई भी व्यक्ति तभी कैलाश मानसरोवर जाता है जब उसे बुलाया जाता है। राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा, 'एक व्यक्ति कैलाश मानसरोवर पर तब जाता है जब उसे बुलाया जाता है। मैं यह सौभाग्य पाकर बहुत खुश हूं..इस खूबसूरत यात्रा के दौरान मैंने क्या देखा इसे मैं आप सभी के साथ साझा कर रहा हूं।' एक और ट्वीट में कांग्रेस अध्यक्ष ने मानसरोवर झील की तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा, 'मानसरोवर झील का पानी बेहद शांत, स्थिर और कोमल है। यह झील सबकुछ देती है और कुछ नहीं लेती।झील के पानी को कोई भी ग्रहण कर सकता है.. कोई घृणा नहीं है। इसलिए इस जल को भारत में पूजा जाता है।'
The waters of lake Mansarovar are so gentle, tranquil and calm. They give everything and lose nothing. Anyone can drink from them. There is no hatred here. This is why we worship these waters in India.#KailashYatra pic.twitter.com/x6sDEY5mjX
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 5, 2018
A man goes to Kailash when it calls him. I am so happy to have this opportunity and to be able to share what I see on this beautiful journey with all of you.#KailashYatra
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 5, 2018
यात्रा पर जाने से पहले राहुल गांधी ने मंत्र को ट्वीट किया था।
ॐ असतो मा सद्गमय।
तमसो मा ज्योतिर्गमय।
मृत्योर्मामृतम् गमय।
ॐ शान्ति: शान्ति: शान्ति: ॥ pic.twitter.com/hSSLfdwDjq— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 31, 2018
राहुल की कैलाश यात्रा पर राजनीती खेमे में घमासान मचा हुआ है। बीजेपी ने कांग्रेस अध्यक्ष पर निशाना साधते हुए इसे पाखंड करार दिया। इसके साथ ही यात्रा को लेकर विवाद खड़ा हो गया था, जिसमें कहा गया कि राहुल गांधी ने नॉन वेज खाना खाया। हालांकि, काठमांडू के रेस्तरां ने इस विवाद पर सफाई दी कि उन्होंने वेज भोजन खाया था।
राहुल गांधी ने कर्नाटक चुनावों के दौरान अपने विमान में आई गड़बड़ी के दौरान कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर जाने का फैसला किया था। अप्रैल के महीने में दिल्ली के रामलीला मैदान में जनाक्रोश रैली में राहुल गांधी ने खुद को शिवभक्त बताया था। राहुल गांधी ने कहा था कि कर्नाटक जाने के दौरान उनका प्लेन हादसे का शिकार होते बाल-बाल बचा था। अचानक उनका विमान आठ हज़ार फ़ीट से नीचे आ गिरा था।
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राहुल गांधी जिस घटना का जिक्र कर रहे थे वह तब हुई थी जब वह दिल्ली से कर्नाटक जा रहे थे। राहुल गांधी के फाल्कन 2000 विमान में उड़ान के दौरान दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। विमान ने दिल्ली से हुबली के लिए उड़ान भरी थी, और विमान में राहुल के साथ चार अन्य लोग भी सवार थे। हुबली राज्य की राजधानी बेंगलुरू से 400 किमी उत्तर पश्चिम में है। राहुल गांधी 12 मई को होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव के प्रचार की शुरुआत करने के लिए दो दिवसीय दौरे पर हुबली पहुंचे थे।
Source : News Nation Bureau