कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की बैठक दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय पर संपन्न हुई. बैठक में सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा उपस्थित रहीं. पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और तीन अन्य कांग्रेस नेता पार्टी की कार्यसमिति की बैठक में शामिल नहीं हुए, जिन्हें हाल के विधानसभा चुनावों में पार्टी की हार पर चर्चा करने के लिए आज बुलाया गया था. कांग्रेस नेता एके एंटनी भी बैठक में शामिल नहीं हुए क्योंकि वो कोरोना पॉजिटिव हैं.
कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के निराशाजनक प्रदर्शन पर चर्चा हुई. वहीं इस बीच कांग्रेस नेता शशि थरूर ने जी-23 के सदस्यों द्वारा दो साल पहले लिखे एक पत्र को साझा कर दिया. उन्होंने कहा कि इस पत्र में सभी सदस्यों ने संगठन बदलाव की मांग की थी ताकि चीजें बेहतर हों, लेकिन तब से ज्यादा बदलाव नहीं हुआ है. दो दिन पहले भी उन्होंने ट्वीट कर सांगठनिक नेतृत्व में सुधार करने की बात कही थीं.
कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में नेताओ के आने का सिलसिला शुरू हो गया है. यूपी महासचिव प्रियंका गांधी, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पी चिदंबरम, देवेंद्र यादव, अजय माकन और अधीर रंजन चौधरी पार्टी मुख्यालय पहुंच गए हैं. विधानसभा चुनावों में फ्लॉप होने के बाद कांग्रेस ने वर्किंग कमेटी की बैठक बुलाई है. आज यानि रविवार शाम 4 बजे आहूत की गई है. सीडब्ल्यूसी की इस बैठक में पांच राज्यों में पार्टी की चुनावी हार पर मंथन किया जाएगा. इससे पहले सीपीपी अध्यक्षा सोनिया गांधी ने सुबह 10:30 बजे 10 जनपथ पर कांग्रेस संसदीय रणनीति समूह की बैठक बुलाई है.
Congress Working Committee meeting begins. The meeting is being chaired by party's interim president Sonia Gandhi pic.twitter.com/czj37hmjKX
— ANI (@ANI) March 13, 2022
कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य रणदीप सिंह सुरजेवाला ने पार्टी की ओर से कह चुके हैं कि 5 राज्यों में चुनाव परिणाम कांग्रेस पार्टी की उम्मीद के उलट रहे हैं. हमें उत्तराखंड, गोवा और पंजाब में बेहतर परिणामों की अपेक्षा थी, लेकिन पार्टी नेता स्वीकार करते हैं कि हम जनता का आशीर्वाद प्राप्त करने में असफल रहे.
कांग्रेस नेता के मुताबिक, कांग्रेस पार्टी उत्तर प्रदेश की हर विधानसभा में गली-मोहल्ले तक पहुंच पाई, लेकिन हम उस जनमत को सीटों में नहीं बदल पाए. हम उत्तराखंड और गोवा में बेहतर चुनाव तो लड़े पर जनता का मन नहीं जीत पाए, विजय के आंकड़े तक नहीं पहुंच पाए. हमारे लिए एक सीख है कि हमें धरातल पर और अधिक मेहनत करने की आवश्यकता है.
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CWC मेंबर सुरजेवाला के मुताबिक, हम चुनाव हारें या जीतें, लेकिन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस देश की जनता के साथ लगातार खड़ी है. हम महंगाई, बेरोजगारी, अर्थव्यवस्था, शिक्षा, स्वास्थ्य, ढांचागत विकास जैसे जनता के मुद्दों को जिम्मेवारी के साथ उठाते रहेंगे. हम हार के कारणों पर गहन दृष्टि से आत्ममंथन और आत्मचिंतन दोनों करेंगे, संगठन पर काम करेंगे और भविष्य में और बेहतर प्रयास करेंगे.
विदित हो कि देश के पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने उत्तराखंड, गोवा, मणिपुर और उत्तर प्रदेश में स्पष्ट बहुमत हासिल किया है जबकि पंजाब में आम आदमी पार्टी ने ऐतिहासिक जीत दर्ज कर नया मुकाम हासिल किया है. कांग्रेस के प्रदर्शन की बात करें तो पार्टी को यूपी में 2, गोवा में 11, मणिपुर में 5, पंजाब में 18 और उत्तराखंड में 19 सीटें हासिल हुई हैं जो कि बहुमत के आंकड़े से कोसों दूर हैं.