कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव 17 अक्टूबर को होना है. पूरी कोशिश के बाद भी पार्टी आम सहमति से अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं कर पाई. फिलहाल, केरल से कांग्रेस सांसद शशि थरूर और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे चुनाव मैदान में डटे हुए हैं. 8 अक्टूबर नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख है. इससे पहले कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि कुछ लोग नहीं चाहते है कि मैं कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लडूं. इसके लिए कुछ कांग्रेस नेताओं ने राहुल गांधी से बात की थी, लेकिन राहुल गांधी ने सबको मना कर दिया. इस बात की जानकारी खुद राहुल गांधी ने दी है.
कांग्रेस अध्यक्ष पद के उम्मीदवार शशि थरूर ने कहा कि मेरा नामांकन वापस लेने के लिए कांग्रेस के कुछ नेता राहुल गांधी से बात करने गए थे, लेकिन राहुल गांधी सबको मना कर दिया. यह बातें राहुल गांधी ने मुझे उस वक्त बताई, जब मैं उनसे मिलने गया था. वो चाहते हैं कि मैं कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव लडूं और मैं उनके समर्थन से चुनाव लड़ रहा हूं. जो पार्टी में बदलाव देखना चाहते हैं, वो मुझे वोट करेंगे. थरूर ने कहा कि अगर मैं चुनाव लड़ता हूं, तो इससे पार्टी को फायदा होगा. नई ऊर्जा से पार्टी मजबूत होगी.
शशि थरूर ने मल्लिकार्जुन खड़गे के चुनाव लड़ने वाले सवाल पर कहा कि वो पार्टी के भीष्म पितामह है और हम दोनों पार्टी के कार्यकर्ता है. दोनों पार्टी को आगे बढ़ाने का काम करेंगे. हालांकि, ऐसी अटकलें है कि शशि थरूर के इस कदम को पार्टी में बगावत के रूप में देखा जा सकता है. उनको जी23 का नेता माना जाता है.
यह भी पढ़ेंः पंजाब पुलिस ने नार्को-आतंकवाद के बड़े मॉड्यूल का किया पर्दाफाश
शशि थरूर पूर्व ब्यूरोक्रेट हैं. साथ ही राहुल गांधी के करीबी माने जाते हैं. दूसरी ओर मल्लिकार्जुन पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं और वह सोनिया गांधी के करीबी माने जाते हैं. गौरतलब है कि खड़गे ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के अध्यक्ष पद की रेस से बाहर होने के बाद चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. उनके प्रस्तावक अशोक गहलोत थे और 25 से ज्यादा नेता नामांकन में शामिल थे.
Source : News Nation Bureau