बिहार कांग्रेस ने सीएम नीतीश कुमार को एनडीए से नाता तोड़ महागठबंधन में शामिल होने का न्यौता दिया है।
कांग्रेस प्रवक्ता शक्ति सिंह गोहिल ने कहा है कि अगर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का साथ छोड़ने का फैसला करते हैं तो उन्हें महागठबंधन में वापस लेने के लिए वह सहयोगी दलों के साथ विचार करेगी।
गौरतलब है कि कांग्रेस का यह बयान ऐसे समय में आया है जब हाल के दिनों में 2019 लोकसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे को लेकर जेडीयू और बीजेपी के बीच कुछ विरोधाभासी बयान आए। जिसके बाद से बीजेपी-जेडीयू गठबंधन में सब कुछ ठीक नहीं चलने के कयास लगाए जा रहे हैं।
वहीं रविवार को दिल्ली में हुई नीति आयोग की बैठक में नीतीश कुमार ने चंद्रबाबू नायडू का समर्थन करते हुए न सिर्फ आंध्र-प्रदेश बल्कि बिहार के लिए भी विशेष दर्जे की मांग को पुरजोर तरीके से उठाया।
इससे पहले वह मोदी सरकार में लिए गए नोटबंदी और जीएसटी जैसे आर्थिक फैसलों पर सवाल उठा चुके हैं।
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कांग्रेस ने बीजेपी के साथ नीतीश के गठबंधन को बेमेल बताते हुए कहा कि उन्हें नहीं पता कि उनकी क्या मजबूरी है कि वह बीजेपी के साथ चले गए।
गोहिल ने कहा, 'अगर उनके महागठबंधन में वापसी की कोई संभावना बनती है तो हम अपने सहयोगी दलों के साथ बैठकर इस पर जरूर चर्चा करेंगे।'
उन्होंने रामविलास पासवान और उपेंद्र कुशवाहा का जिक्र करते हुए दावा किया कि बिहार में यह आम राय बन चुकी है कि नरेंद्र मोदी सरकार 'पिछड़े और अतिपिछड़े वर्गों के खिलाफ' है।
गोहिल ने दावा किया कि बीजेपी के खिलाफ राष्ट्रीय स्तर पर बनने वाले गठबंधन का नेतृत्व स्वाभाविक रूप से कांग्रेस के पास होगा और अगले लोकसभा चुनाव में देश की जनता 'राहुल गांधी के नेतृत्व में' नरेंद्र मोदी को हराएगी।
आपको बता दें कि कुछ महीने पहले बिहार में कुछ स्थानों पर हुई सांप्रदायिक हिंसा का हवाला देते हुए तेजस्वी ने हाल में कहा था कि अब नीतीश के लिए महागठबंधन के दरवाजे बंद हो चुके हैं।
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Source : News Nation Bureau