कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने अब अपनी पार्टी पर बड़ा बयान दे दिया है. उनका कहना है कि पार्टी 2019 के लोकसभा चुनावों में मिली हार से बाहर नहीं निकल पा रही है. इस के साथ उनका ये भी कहना है कि पार्टी अक्टूबर में होने वाले हरियाणा और महाराष्ट्र चुनावों में भी हारेगी. सलमान खुर्शीद ने कहा, पार्टी इस वक्त संघर्ष के दौर से गुजर रही है. हरियाणा और महाराष्ट्र में उसके जीतने की संभावना ही नहीं है. इतनी ही नहीं, उन्होंने आगे कहा, आने वाले राज्य विधानसभा चुनाव ही नहीं बल्कि कांग्रेस पार्टी की हालत ऐसे स्तर पर पहुंच गई है कि यह अपना भविष्य तक नहीं तय कर सकती है.
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सलमान खुर्शीद की मानें तो कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लोकसभा चुनावों में मिली हार के बाद कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने का फैसला जल्दबाजी में लिया जिसके बाद उऩका मां सोनिया गांधी को कांग्रेस का अंतरिम अध्यक्ष बनाया गया. अब महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनावों के बाद ही कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर फैसला लिया जाएगा.
सलमान खुर्शीद ने बताया कि अब पार्टी की सबसे बड़ी समस्या है नेताओं का दूर जाना. उनके मुताबिक पार्टी के लोगों को अब भी राहुल गांधी पर भरोसा है और उनका अध्यक्ष पद से इस्तीफा देना एक तरह से रिक्तता है.
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जल्द लिया जाएगा अध्यक्ष पद पर फैसला
खुर्शीद के मुताबिक कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी अब केवल कांग्रेस के नए अध्यक्ष के इंतजार में हैं. वह अब केवल ऐसा मानकर चल रही हैं कि वह कांग्रेस में खाली पड़े अध्यक्ष पद को भरने के लिए वहां है.
बता दें, विधानसभा चुनाव सिर पर हैं और कांग्रेस में सिर फुटौव्वल जोरों पर है. हरियाणा और महाराष्ट्र में क्रमशः अशोक तंवर और संजय निरुपम ने पार्टी के खिलाफ बगावत का बिगुल फूंक दिया है. अशोक तंवर ने तो बाकायदा पार्टी छोड़ने की घोषणा भी कर दी है. संजय निरुपम ने भविष्यवाणी कर दी है कि दो-चार सीटों को छोड़कर हर जगह कांग्रेस की जमानत जब्त हो जाएगी. दुर्दिन के इन दिनों में पार्टी को मंझधार में छोड़कर राहुल गांधी के बैंकॉक टूर की खबरें आ रही हैं. ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि क्या कांग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है? दो दिन पहले संजय निरुपम ने प्रेस कांफ्रेंस में घोषणा की थी कि राहुल गांधी से नजदीकी की उन्हें सजा मिल रही रही है. अशोक तंवर भी राहुल गांधी के नजदीकी नेताओं में थे. उधर झारखंड कांग्रेस के अध्यक्ष रहे अजोय कुमार ने भी पार्टी को अलविदा कह दिया है. वे आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए हैं. तो क्या कांग्रेस में राहुल गांधी के नजदीकी नेताओं की छंटनी हो रही है या उन्हें किनारे किया जा रहा है? ये सवाल इस वक्त सभी के जहन में हैं.