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जनता महंगे पेट्रोल से त्रस्त, सरकार चुनावी प्रबंधन में व्यस्त : कांग्रेस

पेट्रोलियम पदार्थो की कीमतें न घटाने पर केंद्र सरकार की निंदा करते हुए कांग्रेस ने कहा कि यह सरकार सिर्फ चुनावी प्रबंधन और हेडलाइन प्रबंधन में व्यस्त है।

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Aditi Singh
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जनता महंगे पेट्रोल से त्रस्त, सरकार चुनावी प्रबंधन में व्यस्त : कांग्रेस
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पेट्रोलियम पदार्थो की कीमतें न घटाने पर नरेंद्र मोदी सरकार की निंदा करते हुए कांग्रेस ने मंगलवार को कहा कि यह सरकार सिर्फ चुनावी प्रबंधन और हेडलाइन प्रबंधन में व्यस्त है। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री मोदी को उन दिनों की याद दिलाई, जब वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे और पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतें बढ़ने की निंदा किया करते थे।

कांग्रेस प्रवक्ता टॉम वडक्कन ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'कच्चे तेल की अंतर्राष्ट्रीय कीमतें 23 मई के 80 डॉलर प्रति बैरल से घटकर आज 75 डॉलर प्रति बैरल हो गईं।'

उन्होंने कहा, 'प्रधानमंत्री और उनके पेट्रोलियम मंत्री (धर्मेद्र प्रधान) कहते हैं कि वे कुछ करेंगे, लेकिन 16 दिन बीत गए हैं और अभी तक कुछ भी नहीं किया गया है। लगातार 16वें दिन भी पेट्रोल व डीजल के दाम बढ़े।'

वडक्कन ने कहा, 'ज सीएनजी-पीएनजी की कीमतें भी बढ़ी हैं। आम आदमी क्या करे? पेट्रोलियम उत्पादों की महंगाई का बुनियादी वस्तुओं की कीमतों पर असर होता है, चाहे वह उपभोक्ता वस्तुएं हों, परिवहन लागत हो या बस का किराया।'

कांग्रेस पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में वृद्धि के खिलाफ राज्य और जिला स्तर पर प्रदर्शन आयोजित कर रही है, जो कि देश में एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन गया है, लेकिन सरकार को आम आदमी की समस्याओं से कुछ भी लेना-देना नहीं है।

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, 'सरकार सिर्फ चुनाव प्रबंधन, चुनावी प्रोपागंडा और हेडलाइन प्रबंधन में व्यस्त है। जनता सब समझ चुकी है और उसे अब भ्रमित करने के प्रयास में सरकार सफल नहीं हो पाएगी।'

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Source : IANS

Crude Oil Parliament of India spokesperson Petroleum Products
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