भारत-पाकिस्तान के बीच कश्मीर विवाद सुलझाने को लेकर चीनी प्रस्ताव को कांग्रेस ने नकार दिया है। कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा कि हमलोग चीनी राजदूत के बयान को खारिज करते हैं।
मनीष तिवारी ने कहा, 'हमलोग चीनी राजदूत के बयान का खंडन करते हैं। आशा करते हैं कि भारत सरकार भी इस बयान का खारिज करेगी। हमारा स्टैंड रहा है कि भारत और पाकिस्तान के बीच के मुद्दों को लेकर द्विपक्षीय हल निकाला जाना चाहिए।'
बता दें कि इंस्टीट्यूट ऑफ चाइनीज स्टडीज में चीनी राजदूत ने कहा था, 'अगर चीन, रूस और मंगोलिया के बीच त्रिपक्षीय समिट संभव है तो हम चीन, पाकिस्तान और भारत के बीच क्यों नहीं कोशिश कर रहे हैं।'
इसके अलावा चीनी राजदूत ने कहा, 'हम डोकलाम जैसी दूसरी घटना खड़ी नहीं कर सकते। हमें सीमा पर शांति बनाए रखने की कोशिश करनी चाहिए।'
चीनी राजदूत ने ट्वीट कर 5C को प्रोमोट करते हुए कहा, 'चीन भारत के संबंधों को सुधारने के लिए 5C के साथ आगे बढ़ना चाहिए, कम्युनिकेशन, कोऑपरेशन, कॉन्टैक्ट्स, कोऑर्डिनेशन और कंट्रोल।'
इसके साथ ही उन्होंने सिनेमा, खेल, पर्यटन, संग्रहालय और युवाओं के क्षेत्र में सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने को कहा।
साथ ही उन्होंने कहा, 'चीन लगातार धार्मिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देगा। साथ ही चीन तिब्बत में कैलाश मानसरोवर की यात्रा में भारतीय तीर्थयात्रियों के लिए व्यवस्था करेगा।'
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गौरतलब है कि इस साल अप्रैल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने वुहान में अनौपचारिक मुलाकात के दौरान द्विपक्षीय मुद्दों और एशिया के दो बड़े देशों के बीच दूरियों को खत्म करने पर चर्चा की थी।
इसके बाद इसी महीने एससीओ समिट के इतर मुलाकात की और भारत में दूसरी अनौपचारिक मुलाकात करने का निर्णय लिया था।
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Source : News Nation Bureau