कांग्रेस ने रविवार को राजीव गांधी फाउंडेशन के विदेशी अंशदान (विनियमन) अधिनियम के लाइसेंस को रद्द करने के लिए सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा भारत जोड़ो यात्रा की सफलता से बौखला गई है. पार्टी के संचार प्रभारी जयराम रमेश ने एक बयान में कहा, दीपावली सप्ताहांत में गृह मंत्रालय, भारत सरकार ने राजीव गांधी फाउंडेशन (आरजीएफ) और राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट (आरजीसीटी) दोनों के एफसीआरए पंजीकरण रद्द कर दिए. वह आरजीएफ और आरजीसीटी के खिलाफ पुराने आरोपों को दोहराते हैं. यह बदनाम करने और जनता का ध्यान दिन-प्रतिदिन के मुद्दों से हटाने के लिए है.
बढ़ती कीमतों, सरपट दौड़ती बेरोजगारी और गिरते रुपये की वजह से गहरे संकट में फंसी अर्थव्यवस्था से निपटने के लिए सरकार पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा को जनता की भारी प्रतिक्रिया मिली है. साफ है कि लोग नफरत और बंटवारे की राजनीति से तंग आ चुके हैं.
रमेश ने कहा कि आरजीएफ 1991 में राजीव गांधी की दुखद हत्या के बाद स्थापित किया गया था, इसने बच्चों और अक्षम लोगों को मदद देने के अलावा स्वास्थ्य, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और शिक्षा क्षेत्र सहित कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में काम किया. आरजीएफ भारत के विभिन्न हिस्सों में विकास कार्यक्रमों के माध्यम से इन विचारों को बढ़ावा देने के लिए अपनी स्थापना के बाद से काम कर रहा है. आरजीसीटी उत्तर भारत में विकास पहलों के माध्यम से उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान के सबसे गरीब क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करते हुए काम करता है.
रमेश ने कहा कि ट्रस्ट हमेशा पूरी तरह से परोपकार में लगा रहा है और सभी कानूनों और विनियमों का पालन करता है. ऑडिट, कार्यक्रम गतिविधि और वित्तीय प्रकटीकरण और रिटर्न दाखिल करने की सभी वैधानिक आवश्यकताओं का उनके द्वारा हर साल ईमानदारी से पालन किया गया और लाइसेंस रद्द क्यों किया गया इसकी पृष्ठभूमि स्पष्ट होनी चाहिए.
पार्टी ने कहा कि आरजीएफ और आरजीसीटी निश्चित रूप से उस पर लगाए गए आरोपों का जवाब देगा और कानूनी तौर पर जो भी उचित होगा वह कार्रवाई करेंगे. इस बीच, कांग्रेस ने कहा कि वह 27 अक्टूबर को 3 दिन के ब्रेक के बाद शुरू होने वाली भारत जोड़ो यात्रा को जारी रखने से न डरेगी और न ही उसे रोकेगी.
Source : IANS