लगभग दो हफ्ते पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कांग्रेस छोड़कर जाने वाले नेताओं को लेकर बेहद आक्रामक बयान दिया था. हालांकि अब अंदरखाने से जो खबरें छन कर आ रही हैं, उससे लग रहा है कि राहुल गांधी का वह बयान वास्तव में पार्टी की उत्तर प्रदेश में आसन्न विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) और उसके बाद के चुनावों को लेकर बदली रणनीति का हिस्सा था. सूत्र बताते हैं कि कांग्रेस (Congress) अब दूसरी पार्टियों खासकर बीजेपी के युवा नेताओं को न सिर्फ अपने पाले में लाने की कोशिश करेगी, बल्कि आगामी चुनावों में नए और युवा उम्मीदवारों पर भी दांव खेलेगी.
नए और युवा चेहरों पर दांव
गौरतलब है कि राहुल गांधी ने कहा था, 'जो डरते हैं, वो कांग्रेस छोड़कर चले जाएं. दूसरी पार्टियों में जो निडर नेता है, उन्हें पार्टी में शामिल करें.' बताया जा रहा है कि भविष्य की राजनीति और चुनावों के मद्देनजर कांग्रेस की रणनीति की यही बुनियाद होगी. सूत्र बता रहे हैं कि इस पर अमल करते हुए कांग्रेस 2022 के विधानसभा चुनाव में निडर दावेदारों पर दांव लगाएगी. पार्टी के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक आगामी चुनाव में कांग्रेस नए और युवा उम्मीदवारों को टिकट देने की कोशिश करेगी ताकि पार्टी में नए लोगों को जोड़ा जा सके.
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दूसरे दलों के नेताओं के लिए खोले दरवाजे
गौरतलब है कि पिछले कुछ माह में कई युवा नेताओं के कांग्रेस छोड़ने से पार्टी की किरकरी हुई है. इससे यह संकेत भी गया कि पार्टी नेतृत्व सभी को साथ रखने में विफल रहा है. दूसरी तरफ देखा जाए तो काफी दिनों से पार्टी में नए लोगों का अभाव है. मजबूरन पार्टी को पुराने चेहरों पर ही दांव लगाना पड़ रहा है. यही वजह है पार्टी ने दूसरे दलों से आने वाले नेताओं के लिए अपने दरवाजे खोलने का मन बनाया है. इसके साथ ही अन्य दलों से आए नेताओं को पार्टी ने संगठन में अहम पद भी दिए हैं. इनमें नाना पटोले, नवजोत सिह सिद्धू और रेवंत रेड्डी शामिल है. यह सभी कुछ वर्ष पहले ही कांग्रेस में आए हैं.
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कांग्रेस छोड़ कर जाने वाले नेताओं का सिलसिला जारी
गौरतलब है कि कांग्रेस के तमाम नेताओं का भारतीय जनता पार्टी का दामन थामने का सिलसिला जारी है. पूर्वोत्तर के राज्यों मसलन मणिपुर और असम में विगत दिनों ही दो शीर्ष नेताओं ने बीजेपी का कमल हाथ में लिया है. ऐसे में कांग्रेस आलाकमान अब आंतरिक कलह को थामने की रणनीति बना रहा है, बल्कि उन लोगों को भी तरजीह देने की कोशिश कर रहा है, जो न सिर्फ जमीन से जुड़े हैं, बल्कि जुझारू प्रवृत्ति के भी हैं.
HIGHLIGHTS
- कांग्रेस ने दूसरे दलों के नेताओं के लिए दरवाजे खोले
- चुनावों में भी नए और युवा चेहरों को मिलेगी प्राथमिकता
- जमीन से जुड़े जुझारू नेताओं पर हैं पार्टी की निगाहें