कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को पार्टी नेताओं को समाज के विभिन्न समुदायों के बीच सद्भाव की रक्षा करने और उसे बढ़ाने के लिए नौ अप्रैल को देश भर में व्रत का आयोजन करने के लिए कहा है।
कांग्रेस ने केंद्र और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की प्रदेश सरकारों पर दो अप्रैल को हुई हिंसा को रोकने में असमर्थ होने का आरोप लगाया है।
सुप्रीम कोर्ट के अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम में संशोधन के निर्णय के विरोध में देश भर के दलित संगठनों ने दो अप्रैल को 'भारत बंद' का आवाह्न किया था।
गांधी का निर्णय पार्टी महासचिव अशोक गहलोत द्वारा पत्र के माध्यम से पार्टी के सभी प्रदेश अध्यक्षों, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिवों और विभिन्न राज्यों में पार्टी के विधान परिषद नेताओं को भेज दिया गया है।
पत्र में लिखा है, 'कांग्रेस अध्यक्ष ने नौ अप्रैल को सभी जिला मुख्यालयों पर व्रत आयोजन कराने का निर्णय लिया है। देश की आत्मा में शांति और सद्भाव है और इसे बनाए रखने की जिम्मेदारी कांग्रेस की है।'
पत्र में आगे लिखा है, 'दो अप्रैल की घटना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। देश के सामाजिक ढांचे के लिए यह बहुत खतरनाक है। स्पष्ट है कि भाजपा की केंद्र सरकार और प्रदेश सरकारों ने हिंसा से निपटने के लिए उचित कदम नहीं उठाए। इसलिए इस मुश्किल घड़ी में कांग्रेस द्वारा देश का नेतृत्व करना और भी जरूरी हो गया है।'
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Source : IANS