गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले पटेलों को लुभाने में जुटे राहुल गांधी ने एक बार फिर से नोटबंदी और जीएसटी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा, वहीं खुद के ईमानदार होने का दर्द भी बयां किया।
राहुल ने कहा कि सच बोलने के लिए बहुत कुछ सुनना पड़ता है।
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कांग्रेस पर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने के आरोप का जवाब देते हुए राहुल ने कहा, 'भारत में सबसे मुश्किल काम है ईमानदार नेता होना क्योंकि ईमानदार नेता को सबसे ज्यादा परेशानियां झेलनी पड़ती है। मैंने यह झेला है।'
उन्होंने कहा कि राज्य के किसान, छोटे व्यापारी, मजदूर समेत गुजरात के लोग काफी मेहनत करते हैं, लेकिन यह फायदा केवल पांच-10 औद्योगिक घरानों को मिलता है और यह मोदी-मॉडल बदलना चाहिए।
राहुल ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा और कहा कि राज्य में 'रिमोट कंट्रोल' से चलने वाली सरकार नहीं चलेगी।
उन्होंने कहा, 'अगर हम गुजराज में बदलाव लाना चाहते हैं तो हमें गुजरात सरकार बनानी होगी, रिमोट कंट्रोल से चलने वाली सरकार यहां नहीं चलेगी।'
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राहुल ने कहा कि अगर कांग्रेस को सत्ता मिली तो पार्टी इसका इस्तेमाल यहां के लोगों के लिए रोजगार, किसानों की मदद और ऋण माफी के लिए करेगी।
राहुल ने कहा, 'जिनके पास घर नहीं है, हम उन्हें घर मुहैया कराएंगे। यह गरीबों और कमजोरों की सरकार होगी। हमें इसे पटरी पर लाना होगा।' वहीं गुजरात के राजकोट में कारोबारी समुदाय को संबोधित करते हुए राहुल ने मोदी सरकार के आर्थिक सुधारों पर भी निशाना साधा।
राहुल ने ने कहा, 'जीएसटी को लागू करने के पहले कोई तैयारी नहीं की गई।' इसके साथ ही उन्होंने नोटबंदी को लेकर केंद्र पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के फैसले की घोषणा के तत्काल बाद मनमोहन सिंह ने इसे आपराधिक मामला करार दिया था।'
गौरतलब है कि नोटबंदी की वजह से देश की अर्थव्यवस्था पटरी से उतरती नजर आ रही है। पीएम मोदी ने 8 नवबंर को नोटबंदी की घोषणा करते हुए 500 और 1,000 रुपये के नोटों को बैन कर दिया था।
इसके बाद से दो तिमाही में देश की अर्थव्यवस्था लगातार कमजोर हुई है। देश में रोजगार संकट को लेकर राहुल ने कहा, 'रोजगार अगर आएगा तो छोटे और मझोले कारोबार से ही आएगा।'
गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस वाइस प्रेसिडेंट राहुल गांधी के पटेल वोट बैंक को लुभाने की कोशिशों के बीच भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) आरक्षण के दायरे से बाहर रह रही जातियों के लिए आयोग बनाने का ऐलान कर चुकी है।
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गुजरात सरकार ने कहा कि वह गैर आरक्षित जाति आयोग का गठन कर इन्हें आरक्षण देने का रास्ता साफ करेगी। गुजरात में पटेल सबसे प्रभावशाली वोट बैंक है, जो फिलहाल बीजेपी से नाराज चल रहे हैं। कांग्रेस की नजर इस वोट बैंक पर बनी हुई और वह कुछ हद तक पटेल आंदोलन को अपने पाले में करने में सफल भी रही है।
पटेल आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल इससे पहले कांग्रेस के पक्ष में समर्थन दिए जाने का ऐलान भी कर चुके हैं। पटेल ने कहा था कि अगर पाटीदारों को ओबीसी कोटे के तहत आरक्षण नहीं दिया जाता है तो वह कांग्रेस को समर्थन दे सकते हैं।
राहुल गुजरात के चार दिनों के दौरे पर हैं। उनकी यात्रा सौराष्ट्र क्षेत्र पर केंद्रित है, जहां कुल 182 विधानसभा सीटों में से 58 सीटें आथी हैं। पिछले चुनाव में बीजेपी को इस क्षेत्र में 37 सीटें मिली थीं जबकि कांग्रेस को 16 सीटों पर जीत मिली थी।
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HIGHLIGHTS
- गुजरात के चार दिनों के दौरे पर गए राहुल गांधी ने जीएसटी और नोटबंदी को लेकर मोदी पर निशाना साधा
- राहुल गांधी ने कहा कि मोदी सरकार ने बिना तैयारी के देश में जीएसटी लागू कर दिया
Source : News Nation Bureau