भारत में कोरोना वायरस (Corona Virus) फैलाने की साजिश का भंड़ाफोड़ हुआ है. बिहार के सुपौल में भारत-नेपाल बॉर्डर के पास कोरोना वायरस के संदिग्ध 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. नेपाल पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम ने यह कार्रवाई की है. मिली जानकारी के अनुसार, इस साजिश का मास्टरमाइंड जालिम मियां है, जिसकी एक गाड़ी को भी जब्त कर लिया गया है. हालांकि जालिया मियां फरार है, जिसकी तलाश में पुलिस लगी हुई है.
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भारत में कोरोना वायरस फैलाने की साजिश नेपाल से रची जा रही थी. नेपाल के परसा जिला के जगरनाथपुर का प्रमुख जालिम मियां के सहयोग से यह साजिश रची गई थी. नेपाल के रास्ते कोरोना के संदिग्धों को भारत में प्रवेश करा दिया जाता था. भारत-नेपाल सीमा से सटे परसा जिले के खुले सीमा होने की वजह से सभी कोरोना संदिग्ध सीमा पार कर भारत प्रवेश कर रहे थे. जिसको लेकर भारत-नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी की 47 वीं बटालियन के कमांडेंट ने मोतिहारी जिले के डीएम को चिट्ठी भी लिखी थी. जिसके बाद डीएम ने अपने क्षेत्र के सीओ और बीडीओ को इस बात पर सतर्क रहने के लिए चिट्ठी लिखा था.
आपको बताते चलें कि जालिम मियां वर्तमान में स्थानीय सरकार का एक प्रमुख है और उसके मोहल्ले में कुल 3 मस्जिद हैं. तीनों मस्जिद में जालिम मियां ने करोना के संदिग्धों को पनाह दे रखा था. लेकिन भारतीय मीडिया में खबर चलने के बाद नेपाल सरकार की पुलिस और क्राइम ब्रांच जालिम मियां की गिरफ्तारी के लिए धड़-पकड़ शुरू कर दी है. वहीं अब तक जालिम मुखिया के गांव से कुल 11 मुसलमानों को गिरफ्तार किया गया है.
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नेपाल क्राइम ब्रांच और परसा जिला प्रहरी के प्रमुख श्री पंत सभी की छानबीन कर रहे हैं. वही जालिम मियां स्थानीय प्रमुख होने के बावजूद भी अपने घर से फरार है. नेपाल प्रहरी ने जालिम मियां के सरकारी गाड़ी को जब्त कर लिया है और उसकी तलाश जारी है. नेपाल प्रशासन का कहना है कि जालिम मियां स्थानीय प्रमुख है और एसएसबी की 47 वीं बटालियन के कमांडेंट के आए चिट्ठी के अनुसार हम इसे गिरफ्तार कर जांच कर रहे हैं.
Source : News State