कोरोना टीकाकरण को लेकर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (NTAGI) के अध्यक्ष डॉ एनके अरोड़ा ने बुधवार को बताया कि भारत ने अब कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग को तेज कर दिया है . मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अरोड़ा ने कहा कि भारत में अभी महामारी को लेकर एक और लहर आने के कोई सबूत नहीं है. भारतीय सारस जीनोमिक्स कंसोर्टियम ने BA.4 और BA.5 के एक-एक मामले की पुष्टि की है. BA.4 और BA.5 ओमीक्रोन के सब वेरिएंट के रूप में जाना जाता है. तमिलनाडु की एक 19 वर्षीय लड़की BA.4 से संक्रमित पाई गई है. वहीं तेलंगाना का एक 80 वर्षीय शख्स को BA.5 होने की पुष्टि हुई है.
अरोड़ा ने आगे पुष्टि की कि ओमिक्रोन सब वेरिएंट BA.4 और BA.5 का कोई स्थानीय प्रकोब अब तक नहीं पाया गया है. इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि अधिकतर कोविड-19 मामले उन लोगों में देखे गए हैं, जो कोरोना महामारी से बीते दो सालों में आइसोलेट थे या सुरक्षित थे.
डॉ अरोरा ने कहा, यहां ओमिक्रॉन के ये दोनों सबवेरिएंट मिले हैं लेकिन कोई स्थानीय विस्फोट नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि, जनवरी और फरवरी की शुरुआत में कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग को कम करा गया था। मगर यह वायरस अति संक्रामक और कई लोग इससे संक्रमित हुए हैं लेकिन इनमें लक्षण नहीं दिखे हैं. उन्होंने कहा कि, इस वायरस की पहचान के लिए सरकार ने बड़े स्तर पर सर्विलांस शुरू कर दिया है. इसके तहत देश के 50 बड़े शहरों में निगरानी को बढ़ाया जा सकता है.
Source : News Nation Bureau