जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में बुधवार को कई 'छात्रों' ने अयोध्या में राम मंदिर की मांग को लेकर रैली का आयोजन किया, जिसे लेकर छात्र संघ ने सुरक्षा की चिंता जताई है और सुरक्षा एजेंसियों पर परिसर का माहौल 'बिगाड़ने' के लिए इस रैली को अनुमति देने का आरोप लगाया है. एक वीडियो में करीब 50 छात्र सोमवार को बाइक और अन्य वाहनों पर परिसर में रैली निकालते देखे गए.
इस रैली में एक ट्रक भी था, जिसमें भगवान राम की प्रशंसा वाले गाने तेज आवाज में बजाए जा रहे थे. उस ट्रक पर एक बैनर लगा था, जिसमें 9 दिसंबर को आगामी 'धर्म सभा' का प्रचार किया गया था.
जेएनयू के छात्र संघों, जिसमें वामपंथी छात्र समूहों के सदस्य शामिल हैं, ने रैली पर ऐतराज जताया और 'सुरक्षा उल्लंघन' करार दिया. उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन पर दक्षिणपंथी छात्र समूहों को 'राजनीतिक संरक्षण' देने का आरोप लगाया.
रैली में भाग लेने वाले जेएनयू के छात्र थे या नहीं इसका पता नहीं चला है और ना हीं यह पता चला है कि क्या उन्होंने परिसर में रैली निकालने की अनुमति ली थी या नहीं. विश्वविद्यालय के अधिकारियों से बार-बार कोशिश करने पर भी संपर्क नहीं हो पाया है.
और पढ़ें : बुलंदशहर हिंसा: बजरंग दल ने सीबीआई जांच की मांग की, योगेश राज को सरेंडर करने के लिए कहा
आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) से संबंद्ध अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के सदस्य सौरभ शर्मा ने बताया कि रैली निकालना छात्रों का लोकतांत्रिक अधिकार है. उन्होंने कहा, 'अगर छात्र 'राम संकल्प यात्रा' शांतिपूर्वक निकालना चाहते हैं, तो यह उनका लोकतांत्रिक अधिकार है.'
Source : IANS