आम आदमी पार्टी के संजोयक और दिल्ली के मुख्यमंत्री कथित शराब नीति घोटाले के आरोप में तिहाड़ में बंद हैं. वहीं, आम आदमी पार्टी दिल्ली समेत देश के दूसरे हिस्सों में चुनाव लड़ रही है. सीएम की गैरमौजूदगी में आम आदमी पार्टी पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रही है. दिल्ली में 25 मई को वोटिंग है. आम आदमी पार्टी समेत अन्य दलों के नेता नामांकन दाखिल कर रहे हैं. वहीं, आम आदमी पार्टी दिल्ली समेत अन्य राज्यों में जीत का दावा कर रही है. आम चुनाव को लेकर पार्टी ने वारू रूम भी तैयार किया है, जिसमें सोशल मीडिया, लीगल टीम से लेकर अन्य टीमें लगातार काम कर रही हैं. पार्टी के वरिष्ठ नेता से लेकर कार्यकर्ता दिन रात मेहनत कर रहे हैं. आप की चुनावी रणनीति पर आम आदमी पार्टी के संगठन महासचिव डॉ. संदीप पाठक ने न्यूज नेशन संवाददाता मोहित बख्शी खास बातचीत की.
1.अरविंद केजरीवाल जेल में हैं आप लोगों को समझा रहे हैं ,इसका कितना असर आपके प्रचार में हो रहा है?
जवाब- इसका बहुत असर पड़ रहा है. भारतीय जनता पार्टी की जो रणनीति है वह उन्हें उल्टी पड़ गई है. आज जिन सीटों पर हमें वोट नहीं मिलते थे वहां पर भी लोग कह रहे हैं कि आम आदमी पार्टी को वोट देंगे और आज सवाल अरविंद केजरीवाल को चुनाव से बाहर रखने का है, लेकिन वह चुनाव से बाहर नहीं है और वह जेल में बैठे-बैठे ही चुनाव में है. हर बार आपकी गंदी राजनीति काम नहीं करती है.
2. हरियाणा पंजाब दिल्ली गुजरात असम की 22 सीटों पर क्या स्थिति है ?
जवाब- सभी जगह अच्छा कैंपेन चल रहा है, सब तरफ नतीजे बहुत अच्छे आएंगे.
3. आप तो यह मान रहे हैं कि नतीजे अच्छे आएंगे, लेकिन जिनके साथ आपने हाथ मिलाया गठबंधन के दिल्ली में मुख्य अरविंदर के सिंह लवली ने कहा है कि आपका गठबंधन की वजह से ही उन्होंने पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया?
जवाब- अरविंदर सिंह लवली से जब बात होती थी वो गठबंधन को लेकर बहुत अच्छे आइडिया देते थे. कांग्रेस पार्टी की तरफ से सबसे ज्यादा प्रो एक्टिव वही थे. अब सवाल ये है कि उन्होंने ऐसा क्यों किया? ये कांग्रेस पार्टी और लवली समझे. इस वक्त देश की जनता चुनाव लड़ रही है और किसी एक व्यक्ति के आने जाने से फर्क नहीं पड़ता.
4. कांग्रेस और आप की कॉर्डिनेशन की बैठक हुई कल क्या वाकिए कॉर्डिनेशन बन पाएगा क्योंकि सबसे बड़ा चैलेंज वोट शिफ्ट करना है?
जवाब- कल हमारी बैठक हुई थी उसमें कांग्रेस की तरफ से दीपक बाबरिया समेत कई नेता थे और हमारी तरफ से दुर्गेश पाठक समेत कई लोग थे कोशिश आप में ग्राउंड लेवल तक कॉर्डिनेशन बनाने की है.
5. वोट प्रतिशत को लेकर सवाल खड़े कर रहा है विपक्ष,ऐसा क्यों?
जवाब- यह मुद्दा कोई ऐसी पार्टी का नहीं है ऐसा क्या हुआ की वोटिंग परसेंटेज बताने में 10 दिन का समय लग गया. यही है कि जल्दी वोट काउंट हों समय बचे और पारदर्शिता हो, लेकिन इन पर सवाल खड़ा हो गया है और आपको 10 दिन लग गए प्रतिशत बताने में और आपने अभी तक भी असल नंबर नहीं बताए हैं .
लोकल न्यूज़पेपर में 55% से 60% का आंकड़ा आया था और चुनाव आयोग की तरफ से भी और सभी न्यूज़ चैनल की तरफ से भी यही था की वोटिंग परसेंटेज कम हुआ है 66% इन्होंने बताया है जो कि काम नहीं होता है तो ऐसे में वोटिंग परसेंटेज कम कैसे हो गई और दूसरे चरण में ज्यादा लोग निकले थे वोट करने के लिए पहले चरण के मुकाबले और अब जो डाटा आया है तो उसमें भी 66% के आसपास है और पहले चरण में भी तो जो जनता ने और देश ने देखा वह गलत है या फिर यह जो नंबर दे रहे हैं वह संदेह के दायरे में है.
6. सुप्रीम कोर्ट जाएंगे इस मामले में?
जवाब- एक आम आदमी के नाते और देश की नागरिक होने के नाते यह मेरा अधिकार है कि मैं महत्वपूर्ण चीजों पर प्रश्न उठाऊं. यह मुद्दा किसी राजनीतिक दल का नहीं है आम जनता का है. अगर ईवीएम से भी आपको 10 दिन लग रहे हैं तो फिर तो आपको बंद कर देनी चाहिए. जब ईवीएम से भी आपका परिणाम समय पर नहीं आ रहा.
7. आप बाबा साहब की तस्वीर तो लगते हैं लेकिन प्रधानमंत्री कह रहे हैं कि आप झूठ बोल रहे हैं आरक्षण के मुद्दे पर?
जवाब- प्रधानमंत्री का सबसे बड़ा दोस्त पाकिस्तान है. प्रधानमंत्री जब भी चुनाव आते हैं तो उन्होंने काम तो कुछ किया ही नहीं. बीजेपी ने कोई काम नहीं किया. प्रधानमंत्री को अपने काम पर वोट मांगने चाहिए वह हमेशा चुनाव में विवादित बयान का सहारा लेते हैं. और वह हमेशा चुनाव के समय इन्हीं तरह के ड्रामा का सहारा लेते हैं. भाजपा के पुराने बयान उठा कर देख लीजिए यह हमेशा से आरक्षण के खिलाफ है. भाजपा को जब भी बहुमत मिला इन्होंने जो बदल सकते थे इन्होंने बदला है इन्होंने दिल्ली की ताकत भी छीन ली संसद में. यह संविधान को बदल देंगे. बयान अतिशयोक्ति नहीं है यह जो करते आए हैं उसी का अगला चरण है.
8. अरविंद केजरीवाल जेल में है और सुनीता केजरीवाल एक्टिव हैं इसका क्या अर्थ निकाला जाए. क्या उनकी भूमिका मुख्यमंत्री की या फिर पार्टी प्रमुख की भूमिका के तौर पर रहेगी?
जवाब- अरविंद केजरीवाल को जब इन्होंने जेल में डाला है तो फिर पार्टी से जुड़े हुए सभी लोगों का धर्म है कि धर्म के लिए वोट करें पर सुनीता केजरीवाल भी अपने धर्म का निर्वहन कर रहे हैं और धर्म के पक्ष में वोट करने को कह रहे हैं और मेरा मानना है कि देश के हर नागरिक को सत्य और धर्म के लिए वोट मांगने के लिए निकलना चाहिए.आधिकारिक भूमिका देश के लिए वह अपनी भूमिका निभा रही है और बाकी पार्टी तय करेगी.
Source : Mohit Bakshi