देश में कोरोना का कोहराम थमने का नाम नहीं ले रहा है. पिछले 24 घंटों में देश में अब तक के सबसे ज्यादा 62 हजार मामले सामने आए हैं. इसी के साथ देश कोरोना के मुल मामलों की संख्या बढ़कर 20 लाख के पार पहुंच गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक 6 लाख 7 हजार कोरोना के एक्टिव मामले हैं जबकि 13 लाख से ज्यादा लोग ठीक हो गए हैं. वहीं कोरोना के चलते अब तक 41 हजार लोगों की मौत हो गई है.
बताया जा रहा है कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (Coronavirus) के टीके की दिशा में अमेरिका की जैव प्रौद्योगिकी कंपनी मॉडर्ना को एक और कामयाबी मिली है. मॉडर्ना द्वारा विकसित टीका बंदरों के बाद अब चूहों की सार्स कोव-2 संक्रमण से रक्षा करने में कामयाब रहा है. यही विषाणु कोविड-19 की वजह है. अब इस वैक्सीन का बड़ा मानव परीक्षण भी चल रहा है, जिसमें 30 हजार लोग शामिल हैं. ट्रायल के तीसरे चरण में वैक्सीन (Vaccine) के प्रभाव और सुरक्षा की जांच की होगी. इसके बाद नवंबर या दिसंबर में यह वैक्सीन बाजार में आ सकती है.
पत्रिका ‘नेचर’ में बुधवार को प्रकाशित एक अनुसंधान रिपोर्ट के अनुसार, एमआरएनए-1273 नाम के टीके ने चूहों में विषाणु को निष्क्रिय करने वाली एंटीबॉडीज उत्पन्न कर दीं. रिपोर्ट के अनुसार, चूहों को एक माइक्रोग्राम के दो इंट्रामस्क्युलर इंजेक्शन दिए गए थे. अतिरिक्त प्रयोग करने पर पाया गया कि चूहों को एमआरएनए-1273 का एक एमसीजी या 10 एमसीजी टीका देने पर फेफड़े को संक्रमण से सुरक्षा मिली.
अध्ययन में पाया गया कि इस टीके ने चूहों में मजबूत सीडी8 टी-कोशिका प्रतिक्रिया भी पैदा की. कुछ दिन पहले इस वैक्सीन का बंदरों पर भी ट्रायल किया गया था, जिसमें बेहतर परिणाम देखने को मिला था. कोविड-19 की रोकथाम के लिए अमेरिकी जैव प्रौद्योगिकी कंपनी द्वारा विकसित टीका बंदरों में कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने में प्रभावी साबित हुआ था. एमआरएनए-1273 नाम के इस टीके को मॉडर्ना और अमेरिका के नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इन्फेक्शस डिसीज के वैज्ञानिकों ने मिलकर तैयार किया है.
Source : News Nation Bureau