मई की शुरूआत से ही भारत में कोरोना वायरस (Coronavirus) के मामले तेजी से आगे बढ़ रहे हैं. अब एक तरफ कोरोना के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है तो वहीं मौत का आंकड़ा भी तेजी से आगे बढ़ रहा है. कई जगहों से ऐसी खबरें आ रही हैं कि लोग अब सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन कर रहे हैं. इसी के कारण कोरोना धीरे-धीरे अपने चरम पर पहुंच रहा है. कोरोना के मामले मई में कितनी तेजी से आगे बढ़ रहे हैं, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि देशभर में दो से पांच मई के बीच कोरोना के 12,235 नए केस आए हैं. पिछले चार दिनों में ही 452 लोगों की मौत हो चुकी है. अब देश में कुल 52,952 लोग इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं. इनमें से 1,783 लोगों की मौत हो चुकी है.
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आंकड़ों पर गौर करें तो 26 से 30 अप्रैल के बीच कोरोना वायरस के केस 24.08% की रफ्तार से बढ़े. जबकि, एक से पांच मई के बीच यह रफ्तार 34.07% हो गई. इस दौरान मरने वालों की संख्या 28% से 38% पहुंच गई. कोरोना वायरस से हुई कुल मौतों में 27% इन चार दिनों में ही हुई. हाल ही में एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया ने दावा किया है कि मई अंत तक कोरोना अपने चरम पर होगा. चिंता इस बात की भी जताई जा रही है कि जिस रफ्तार से कोरोना के मामले तेजी से आगे बढ़ रहे हैं, अगर उसी रफ्तार से बढ़े तो जून पर भारत में कोरोना संक्रमितों को संख्या 3 लाख को पार कर जाएगी.
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दूसरी तरफ भारत ने देश की इकोनॉमी को पटरी पर लाने के लिए लॉकडाउन के तीसरे चरण में कई रियायतें दीं. शराब की दुकानों को भी खोल दिया गया है. कुछ क्षेत्रों में निजी कार्यालयों में 33% कर्मचारियों की मौजूदगी को अनुमति दी गई है. हजारों प्रवासी मजदूर और छात्रों को उनके गांवों ले जाने के लिए ट्रेन चलाई जा रही है. विदेश से भी हजारों लोगों को लाया जा रहा है. ग्रीन और ऑरेंज ज़ोन में ऐसी कई गतिविधियों की अनुमति है, जो रेड ज़ोन में प्रतिबंधित है.
Source : News Nation Bureau