देश में कोरोना का संक्रमण के तेजी से बढ़ते मामले वाकई चिंता का विषय हैं. वहीं देश की राजधानी दिल्ली की बात करें तो राजधानी में 2 मार्च को पहला कोरोना मामला संज्ञान में आया था. तब से लेकर सोमवार को कुल मामले 1 लाख से पार हो गए हैं. दिल्ली में कुल मामलों की संख्या सोमवार तक 1,00,823 थी. केसों के मामले में दिल्ली अब देश में तीसरे नंबर पर है. उससे आगे सिर्फ महाराष्ट्र और तमिलनाडु हैं. मुंबई शहर दिल्ली के बाद दूसरे नंबर पर सबसे प्रभावित शहर है. वहां कुल केस 85,724 हैं. यह नंबर दिल्ली से 15,099 है.
यह भी पढ़ें- डांस टीचर को अपनी ही स्टूडेंट से हुआ प्यार, लव ट्रायंगल में एक की हुई मौत
रिकवरी रेट से, थोड़ी राहत-
राजधानी दिल्ली में कोरोना केस भले एक लाख पार हो चुके हैं लेकिन यहां रिकवरी रेट राहत दे रहा है जो 71 प्रतिशत है. वहीं पॉजिटिविटी रेट अभी 10 प्रतिशत है. 1 लाख में से 72 हजार लोग ठीक हो चुके हैं. यह जून में 36 प्रतिशत तक पहुंच गया था तो जब 10 प्रतिशत तक आ चुका है. कुल सैंपल पर कितने केस पॉजिटिव मिले उसे पॉजिटिविटी रेट कहते हैं. पिछले 24 घंटे में दिल्ली में कोविड की वजह से 48 मरीजों की जान चली गई, मरने वालों की कुल संख्या 3115 है. दिल्ली में कोविड से होने वाली मौत का औसत लगभग 3 पर्सेंट है.
रविवार को दिल्ली में कुल 2244 मरीज की पुष्टि हुई थी और उस दिन संक्रमण रेट 9.69 पर्सेंट था. सोमवार को मरीजों की संख्या 1379 हुई और संक्रमण रेट 9.93 पर्सेंट पाया गया. इससे यह कहा जा सकता है कि दिल्ली में सैंपल की जांच ज्यादा हो या कम संक्रमण रेट लगभग 10 पर्सेंट से अभी नीचे पाया जा रहा है. सोमवार को दिल्ली में कुल 13,879 सैंपल की जांच की गई.
यह भी पढ़ें-
कोरोना का टीका-
वहीं मालूम हो कि भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने शुक्रवार को कोविड-19 के खिलाफ दुनिया का पहला टीका 15 अगस्त तक बाजार में उतारने की घोषणा की जिसे लेकर लोगों की उम्मीद के साथ आशंकाए भी हैं.
Source : News Nation Bureau