कोरोाना सकंट से निपटने के लिए सभी लोग जीतोड़ कोशिश कर रहे हैं खासकर वो लोग जो कोरोना के सामने खड़े होकर उसे चुनौती दे रहे हैं. लेकिन दुर्भाग्यवश ऐसे लोगों की तारीफ करने की बजय कई जगहों पर इनके साथ हिंसा हो रही है. ऐसे में सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है. सरकार ने कोविड -19 (COVID-19) महामारी के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे स्वास्थ्य कर्मचारियों पर हमलों को लेकर बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करने की नीति अपनाते हुए बुधवार को ऐसे अपराधों को गैर-जमानती बनाने के साथ ही अधिकतम सात साल की जेल और पांच लाख रुपये का जुर्माना प्रस्तावित किया. इस बीच, देश में विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा बताये गए आंकड़ों के अनुसार कोरोना वायरस से संक्रमण के मामले बढ़कर 21,000 के पार हो गए जबकि मृतक संख्या 680 से अधिक हो गई. सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कैबिनेट की एक बैठक के बाद कहा, उन डॉक्टरों, नर्सों, पैरामेडिकल कर्मियों और आशा कार्यकर्ताओं को निशाना बनाकर की जाने वाली हिंसा को हमारी सरकार बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करती जो इस महामारी से लड़ने की पूरी कोशिश कर रहे हैं.
Source : News Nation Bureau